बाढ़ से बचाव के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष सक्रिय : अतिरिक्त जिला कलक्टर ने किया औचक निरीक्षण

गंगापुर सिटी, 02 अगस्त: बढ़ते मानसून के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए हैं। आज, अतिरिक्त जिला कलक्टर रवि वर्मा ने जिला आपदा नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कक्ष 24×7 सक्रिय है और किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

निरीक्षण के दौरान, अतिरिक्त जिला कलक्टर ने नियंत्रण कक्ष में तैनात कर्मचारियों से बातचीत की और उनके द्वारा उपयोग किए जा रहे उपकरणों का जायजा लिया। उन्होंने यह भी जांचा कि क्या कक्ष में आपदा के दौरान आवश्यक सभी संपर्क सूचनाएं उपलब्ध हैं।

नियंत्रण कक्ष की तैयारियां:

  • संचार व्यवस्था: कक्ष में आधुनिक संचार उपकरण जैसे टेलीफोन, रेडियो सेट और इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध हैं ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित सूचना का आदान-प्रदान किया जा सके।
  • आपातकालीन संपर्क सूचनाएं: सभी संबंधित विभागों, एजेंसियों और स्वयंसेवी संगठनों के संपर्क नंबर कक्ष में उपलब्ध हैं।
  • मानचित्र और भौगोलिक सूचना प्रणाली: कक्ष में जिले के विस्तृत मानचित्र और भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) उपलब्ध है जिसके माध्यम से आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सटीक आकलन किया जा सकता है।
  • राहत सामग्री: कक्ष में आपदा पीड़ितों के लिए आवश्यक राहत सामग्री जैसे खाद्य पदार्थ, पानी, दवाइयां और कपड़े का भंडारण किया जाता है।
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अधिकारियों के निर्देश:

निरीक्षण के बाद, अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कर्मचारियों को निम्नलिखित निर्देश दिए:

  • सतर्क रहें: मानसून के दौरान लगातार मौसम का पूर्वानुमान रखें और किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल कार्रवाई करें।
  • संचार तंत्र को मजबूत बनाएं: सभी संचार उपकरणों की नियमित रूप से जांच करें और सुनिश्चित करें कि वे ठीक से काम कर रहे हैं।
  • आपातकालीन अभ्यास: आपदा प्रबंधन अभ्यासों का नियमित रूप से आयोजन करें ताकि कर्मचारी आपदा की स्थिति में प्रभावी ढंग से काम कर सकें।
  • जन जागरूकता: आम जनता को आपदा के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस बारे में जागरूक करें।
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जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता:

जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस निरीक्षण से यह स्पष्ट है कि जिला प्रशासन मानसून के दौरान होने वाली किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।