Indian Railways: आरडीएसओ और रेलवे बोर्ड करेगा जांच, नंदादेवी के दो हिस्सों में बंटने का मामला
Rail News: हरिद्वारा-कोटा नंदादेवी ट्रेन (12402) के दो हिस्सों में बंटने का मामला रेलवे बोर्ड तक जा पहुंचा है। घटना की गंभीरता को देखते हुए इस मामले की जांच अब लखनऊ स्थित अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) और रेलवे बोर्ड की टीम करेगी। इधर, कोटा में भी अधिकारियों ने काटे गए कोच की जांच की। हालांकि अभी तक अधिकारी घटना के किसी ठोस कारण पर एक मत नहीं हो सके हैं। अधिकारी सिर्फ कपलर की गड़बड़ी या खराबी की बात कह रहे हैं। लेकिन इसके कारणों का खुलासा नहीं कर रहे हैं।
कोटा तक खतरे में दौड़ी ट्रेन
वहीं मामले में कुछ अधिकारियों ने कपलर की खराबी के बाद भी ट्रेन को कोटा तक दौड़ाना को उचित नहीं माना है। अधिकारियों ने कहा कि इस निर्णय हो संरक्षा की दृष्टि से सहीं नहीं ठहराया जा सकता। नंदा देवी अधिकतम 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है। ऐसे में क्या गारंटी है कि खराब कपलर फिर से अलग नहीं होंगे। इस संभावित घटना को ध्यान में रखते हुए उचित होता की कोच को घटना स्थल या आसपास के स्टेशन पर ही काटा जाना चाहिए था। हालांकि मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि संरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए ही ट्रेन को कोटा तक चलाने की इजाजत दी गई थी।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि सोमवार को दौड़ती नंदा देवी ट्रेन भरतपुर और सेवर स्टेशनों के बीच दो हिस्सों में बंट गई थी। बाद में दोनों हिस्सों को फिर से जोड़कर ट्रेन को कोटा के लिए रवाना किया था। ट्रेन कोटा पहुंचने पर इस ट्रेन का कपलर खराबी वाला कोच काटा गया था। अब इस कोच की जांच की जा रही है। इसकी जगह ट्रेन में दूसरा कोच लगया गया है। इस घटना के चलते ट्रेन मौके पर करीब पौन घंटा खड़ी रही थी।