Railway: लाखेरी रेल खंड में कवच सिस्टम का सामान चोरी, 3 महीने में आठ घटनाएं, आरपीएफ खाली हाथ
Rail News: सवाईमाधोपुर, लाखेरी, केशोरायपाटन रेल खंड में कवच सिस्टम का सामान चोरी होने के मामले सामने आए हैं। इस रेल खंड में पिछले 3 महीने में चोरी की करीब सात-आठ घटनाएं हो चुकी हैं। इतने अधिक अधिक मामले सामने आने के बाद भी आरपीएफ अभी तक खाली हाथ है।
कर्मचारियों ने बताया कि ट्रेन दुर्घटना रोधी सिस्टम ‘कवच’ के जरुरी उपकरण और सामान के लिए जगह-जगह विकास रूम बना रखे हैं। रिले और आईवीएच की तरह बने इन कमरो का ताला तोड़ कर चोर अन्य उपकरण सहित तांबे की केबल काट कर ले जा रहे हैं। चोर एक बार में करीब 12 से 15 हजार रुपए का सामान चोरी कर रहे हैं। इस तरह चोर पिछले सात-आठ बार में एक लाख रुपए से अधिक का सामान चोरी कर चुके हैं।
आरपीएफ में डाला डेरा
लगातार चोरी की वारदात सामने आने के बाद सवाई माधोपुर आरपीएफ पोस्ट और कोटा आरपीएफ अपराध शाखा ने चोरों को पकड़ने के लिए इस रेल खंड में डेरा डाला हुआ है। चोरों को पकड़ने के लिए आरपीएफ ने स्पेशल टीम का भी गठन किया है। लेकिन आरपीएफ के तमाम प्रयास के बाद भी अब तक चोरों का कोई पता नहीं लग सका है। मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
लाखेरी पोस्ट दो साल से खाली
उल्लेखनीय है कि लाखेरी में सब इंस्पेक्टर की पोस्ट दो साल से खाली है। लगातार चोरी की घटनाओं को देखते हुए आरपीएफ ने पिछले दिनों यहां पर एक सहायक सब इंस्पेक्टर को अटैच किया है। दो साल पहले यहां पर सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार लगे हुए थे। लेकिन ऐसीबी की एक कार्रवाई के चलते मनोज को यहां से हटाया दिया गया था। इसके बाद से आरपीएफ ने यहां अब तक किसी को लगाना जरूरी नहीं समझा।
दुर्घटना का अंदेशा
कर्मचारियों ने बताया कि उपकरण चोरी होने से कवच सिस्टम ठीक से काम नहीं करेगा। इसके चलते ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकती है।
सारे कारनामे सवाई माधोपुर में
उल्लेखनीय है कि सारे कारनामे सवाई माधोपुर आरपीएफ पोस्ट के कार्य क्षेत्र में सामने आ रहे हैं। अवैध वेंडर के चलते सवाई माधोपुर में सीबीआई और रेलवे बोर्ड टीम कार्रवाई कर चुकी है। एसीबी टीम भी यहां पहले कार्रवाई कर चुकी है। रेलवे मजिस्ट्रेट यहां सबसे ज्यादा कार्रवाई कर चुके हैं। पिछले दिनों यहां एक निजी होटल के अवैध वेंडर को रोकने के प्रयास में हुए झगड़े के चलते दो आरपीएफ जवानों को हटाया गया है। इसमें से एक को झालावाड़ और एक को कोटा अटैच किया गया है। अब यह लगातार चोरी के मामले सामने आ रहे हैं।