KBC-13 में भाग लेने वाले अधिकारी देशबंधु पांडे पर ऐक्शन क्यों? रेलवे ने 9 पॉइंट्स में समझाई वजह

कोटा : कौन बनेगा करोड़पति-13 के कॉन्टेस्टेंट देशबुंध पांडे के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के बाद अब रेलवे ने इस संबंध में अपना रूख साफ कर दिया है। रेलवे ने अपनी ओर से जारी पत्र में बताया है कि कोटा रेल मंडल के स्थानीय खरीद अनुभाग के कार्यालय अधीक्षक पद पर तैनात देशबंधु पांडे को नोटिस दिए जाने के पीछे क्या कारण था। वहीं, इस पत्र में उनके वेतन वृद्धि रोकने और विभागीय कार्रवाई करने की वजहों को भी स्पष्ट करने की कोशिश की गई है। आपको बता दें कि रेलवे प्रशासन की ओर से नौ बिन्दुओं के जरिए कार्रवाई का स्पष्टीकरण दिया गया है। वहीं, घटनाक्रम के स्थिति को भी साफ किया गया है।

यह है नौ बिन्दु, जिनमें विभागीय कार्रवाई को स्पष्ट किया गया है
1. रेलवे की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि 5 अगस्त को हेडक्वॉर्टर ऑफिस (HQ) से गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस यानी (GeM) संबंधित पेमेंट्स की स्थिति को अपडेट करने के निर्देश दिए गए थे, जिसे कर्मचारी ने पूरा नहीं किया।

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2. पत्र में बताया गया है कि हालांकि अपना काम पूरा किए बिना कर्मचारी देशबंधु पांडे ने 6 अगस्त को केबीसी के उल्लेख किए बिना 9/8 से 13/8/21 तक सीएल के लिए आवेदन किया था। सीएल एप्लीकेशन में केवल “आवश्यक कार्य” का उल्लेख किया था, जिस पर डीएमएम की ओर से 6 अगस्त को ही खेद व्यक्त किया गया था।

3. पत्र में बताया गया है कि कर्मचारी की ओर से 9 अगस्त 2021 को (जीईएम) संबंधित कार्य को पूरा ना करने, ड्यूटी पर प्रति लापरवाही करने और अनाधिकृत अनुपस्थित रहने पर सीनियर डीएमएम की ओर से नोटिस दी गई।

4. पत्र में यह भी विवरण दिया गया है कि 18 अगस्त 2021 को कर्मचारी ने ड्यूटी पर लौटने के बाद चार्जशीट प्राप्त की थी, जो उनकी ओर से मांगी गई छुट्टी के चार दिन के बाद का समय था।

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5. पत्र में बताया गया है कि कर्मचारी के जवाब को पढ़ने के बाद 27/8/21 को 3 साल के लिए वेतन वृद्धि रोकने का निर्णय लिया गया।

6. अधिकारियों का कहना है कि न तो सीएल में और न ही चार्जशीट में, न ही कर्मचारी के जवाब में, न ही लगाए गए पेनल्टी में केबीसी का जिक्र है।

7. रेलवे का यह भी कहना है कि केबीसी में उनकी भागीदारी के बारे में न तो अनुशासनिक प्राधिकारी या कार्यालय के कर्मचारियों को पता था।

8. वहीं, जुर्माना लगाने का समय और केबीसी में उनकी भागीदारी महज एक सह-घटना है।

9. पत्र में लिखा है कि पिछले कई मौखिक निर्देशों का पालन करने में विफल रहने के बाद 3/8/21 को भी कर्मचारी से कर्तव्य के प्रति लापरवाही के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया था।