बांग्लादेश नौसेना प्रमुख एडमिरल एम शाहीन इकबाल,एनबीपी, एनयूपी, एनडीसी, एएफडब्ल्यूसी, पीएससी ने मुंबई का दौरा किया और पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी एवं पश्चिमी नौसेना कमान फ्लैग के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल आर हरि कुमार के साथ 27 अक्टूबर 2021 को वार्तालाप किया। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के स्वर्ण जयंती समारोह को देखते हुए बांग्लादेश नौसेना प्रमुख की 22 से 29 अक्टूबर,2021 तक की वर्तमान भारत यात्रा बेहद अहम है।
दोनों एडमिरलों ने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के एक अंग के रूप में संयुक्त कौशल, अंतर-संचालन, प्रशिक्षण, आतंकवाद-रोधी सहयोग और समग्र द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के साथ-साथ इसे और मजबूत बनाने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
भारत और बांग्लादेश एक समान इतिहास, संस्कृति और भाषा से बंधे हैं। 1971 के युद्ध में दोनों राष्ट्रों के बीच सहयोग को अभी भी दोनों देशों के लोगों द्वारा बड़े गर्व और स्नेह के साथ स्वीकार किया जाता है। वार्तालाप के दौरान,एडमिरल हरि कुमार ने बताया कि भारत को 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता में योगदान देने पर गर्व है और एक राष्ट्र के रूप में, युद्ध में बांग्लादेश के गौरवशाली लोगों द्वारा निभाई गई भूमिका और बलिदान के लिए भारत उनका बेहद सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति की स्वर्ण जयंती के कई स्मारक कार्यक्रमों में भारतीय उत्साहपूर्वक शामिल हो रहे हैं। एडमिरल हरि कुमार ने दौरे पर आए बांग्लादेश नौसेना प्रमुख को यह भी आश्वासन दिया कि 2022 में बांग्लादेश द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
कोच्चि में एएसडब्ल्यू स्कूल के पूर्व छात्र होने के नाते, सीएनएस ने दोनों नौसेनाओं के बीच प्रशिक्षण सहयोग की भी अत्यंत सराहना करते हुए जानकारी दी कि किस प्रकार दोनों नौसेनाओं के कर्मी अक्सर विशेष अभियानों, डाइविंग,विमानन प्रौद्योगिकी आदि जैसे पाठ्यक्रमों में एक-दूसरे को प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
सीएनएस और उनकी पत्नी को नौसैनिक सुविधाओं का भ्रमण भी कराया गया और एनडब्ल्यूडब्ल्यूए की कई पहलों के बारे में जानकारी दी गई।
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एमजी/एएम/एसएस