सीआरएस ने श्रीनगर-जालंधरी विद्युतिकरण को दी मंजूरी-कोटा
मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) शैलेन्द्र कुमार पाठक ने बूंदी-चित्तौड़गढ़ रेल खंड स्थित श्रीनगर-जालंधर ट्रैक के विद्युतीकरण को मंजूरी दे दी है। मंजूरी मिलने के बाद अब इस रेलखंड पर भी सवारी गाड़ियां विद्युत इंजन से चलने लगेंगी। अभी इस रेल खंड पर माल गाड़ियों को ही विद्युत इंजन से चलाया जा रहा था।
उल्लेखनीय है कि पाठक ने मंगलवार को श्रीनगर-जालंधरी विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया था।
100 करोड़ हर साल होगी बचत
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर-जालंधरी के साथ कोटा मंडल सहित पूरे पश्चिम-मध्य रेल का कुल 3012 किलोमीटर का रेलखंड में विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है।
विद्युत इंजन से ट्रेन चलने पर कोटा रेल मंडल को डीजल के रूप में हर साल करीब 100 करोड रुपए की बचत होगी। कोटा में 902, जबलपुर में 1085 और भोपाल में 1025 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण हो चुका हो चुका है। इसके चलते पश्चिम-मध्य रेलवे देशभर में विद्युतीकरण में पहला जोन बन गया है।
अधिकारियों ने बताया कि 1986 से 2010 तक विद्युतीकरण का काम धीमी रफ्तार से चला। इस समय में औसतन 54 किलोमीटर प्रति वर्ष की रफ्तार से विद्युतीकरण हुआ। इसके बाद 2017 से काम में तेजी आई। इसके बाद हर साल करीब 1317 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया जाने लगा।