विपक्ष की CBI जांच की मांग के बीच श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने सफाई देते हुए PMO को भेजी रिपोर्ट
राम मंदिर से जुड़ी जमीन खरीद में कथित घोटाले में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को क्लीन चिट दे दी है. मुख्यमंत्री ने जमीन खरीद से जुड़ी रिपोर्ट अधिकारियों से मांगी थी. बताया जा रहा है कि रिपोर्ट देखने के बाद मुख्यमंत्री जमीन खरीद के सौदे से संतुष्ट हैं.
इस बीच ट्रस्ट की तरफ से केंद्र और आरएसएस को भी पूरे विवाद को लेकर रिपोर्ट भेजी गई है. जिसमें खरीद से जुड़े सौदे पर सफाई देते हुए समझाया गया है कि कैसे दाम अलग-अलग हैं. ट्रस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कथित जमीन घोटाले के आरोपों को भारतीय जनता पार्टी के विरोधियों द्वारा लगाया जा रहा है. ट्रस्ट का कहना है कि जिनसे जमीन खरीदी गयी है, उनसे काफी पहले की डीलिंग हुई थी. क्योंकि अभी जमीनों के दाम ज्यादा हैं.
वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोप लगाने वालों ने आरोप से पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली. सभी लेनदेन बैंक टू बैंक हुए हैं और टैक्स में भी कोई चोरी नहीं की गयी है.
उल्लेखनीय है कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि जिस जमीन का दाम दस मिनट पहले सिर्फ 2 करोड़ रुपये था, उसे ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ रुपये में खरीदा. विपक्ष इस सौदे को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर रही है.
बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन पर सवाल उठाए गए हैं. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी जांच सीबीआई और ईडी से कराने की मांग की है. संजय सिंह ने लखनऊ में दावा किया था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपये कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी. संजय सिंह ने कहा कि यह सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए.
वहीं सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को भाजपा समर्थकों द्वारा दिल्ली स्थित अपने आवास पर हमला करने का आरोप लगाया है. संजय सिंह ने कहा कि राम मंदिर न्यास की ओर से अयोध्या में जमीन खरीद मामले में कथित भ्रष्टाचार का खुलासा करने की वजह से भाजपा के समर्थकों ने उनके घर पर हमला किया है. दिल्ली स्थित नॉर्थ एवेन्यू इलाके में दो लोगों ने सिंह के घर की नेमप्लेट पर कालिख पोतकर काला कर दिया और परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की. दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने ट्रस्ट पर जमीन खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. पवन ने कहा कि दो करोड़ रुपये में बैनामा कराई गई जमीन को 10 मिनट के अंदर 18.50 करोड़ रुपये में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया गया. पूर्व मंत्री पवन ने पूरे मामले में दस्तावेज पेश करते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
आपको बता दें, भले ही श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट ने अयोध्या भूमि घोटाले की सफाई और रिपोर्ट केंद्र सरकार और आरएसएस को भेज दी है लेकिन फिलहाल विपक्षी दल इस मुद्दे को शांत नहीं होने देंगे.