मुंबई, 16 जुलाई । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सौ करोड़ रंगदारी वसूली मामले में मनी लॉड्रिंग के ऐंगल से छानबीन करते हुए पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की 4.20 करोड़ रुपये की सम्पत्ति जब्त की है। इनमें मुंबई स्थित 1.54 करोड़ का फ्लैट, रायगढ़ जिले में 2.67 करोड़ रुपये की जमीन और नागपुर की सम्पत्ति शामिल है।
ईडी ने अपने ट्विटर पेज पर शुक्रवार को राकांपा नेता अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी है। ईडी की ओर से वरली में जब्त किया गया फ्लैट अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख के नाम पर था। रायगढ़ में जब्त जमीन अनिल देशमुख के बेटे सलील देशमुख के नाम पर थी। ईडी ने दावा किया है कि पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के माध्यम से मुंबई के होटल मालिकों से वसूले गए 4.70 करोड़ रुपये में से 4.18 करोड़ रुपये दिल्ली की डमी कंपनी के मार्फत अनिल देशमुख के साई शिक्षण संस्थान में ट्रांसफर किया था। इसी तरह प्रीमियर पोर्ट लिंक्स नामक कंपनी की भागीदारी सिर्फ 17.95 करोड़ रुपये में अनिल देशमुख ने हासिल की थी।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के आरोप के बाद पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मनी लॉड्रिंग के ऐंगल से ईडी छानबीन कर रही है। ईडी ने हाल में अनिल देशमुख के नागपुर और मुंबई स्थित घर एवं कार्यालय पर छापा मारा था और उनके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। ईडी ने पूछताछ के लिए अनिल देशमुख, उनकी पत्नी आरती देशमुख और बेटे सलिल देशमुख को समन जारी किया था लेकिन तीनों ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए थे। अनिल देशमुख ने सर्वोच्च न्यायालय में ईडी की कार्रवाई को चुनौती देने के लिए याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई लंबित है। इसी तरह अनिल देशमुख ने उच्च न्यायालय में परमबीर सिंह के आरोपों के बाद हो रही जांच को रद्द करवाने के लिए याचिका दायर की है।