नई दिल्ली, 19 जुलाई । संसद के मानसून सत्र के पहले दिन राज्य सभा में मंत्रिमंडल के नये सहयोगियों का परिचय कराने के दौरान विपक्ष के हंगामे की कड़ी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संसद में ऐसी नकारात्मक मानसिकता कभी नहीं देखी गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि ग्रामीण भारत के आम परिवारों से आने वाले लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली है। लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते कि मंत्रियों को पेश किया जाए। उनकी मानसिकता महिला विरोधी भी है, क्योंकि वे नहीं चाहते कि महिला मंत्रियों को सदन में पेश किया जाए।
इससे पहले राज्य सभा में सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदस्यों से प्रारंभिक संबोधन के दौरान शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि यह परंपरा पिछले दो दशकों से अधिक समय से चली आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब अपने मंत्रिमंडल के नए सहयोगियों का परिचय कराना शुरू किया तो उसी समय विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन में हंगामे के चलते सभापति ने सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।