हंगामे के बीच लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, सिर्फ 22% हुआ काम, 74 घंटा गया बर्बाद

हंगामे के बीच लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, सिर्फ 22% हुआ काम, 74 घंटा गया बर्बाद

संसद के मानसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के शोर-शराबे के कारण पूरे सत्र में सदन में कामकाज बाधित रहा और सिर्फ 22% कार्य निष्पादन हुआ.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ. उन्होंने कहा, सदन में कामकाज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा. बिरला ने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, निरंतर व्यवधान के कारण महज 22% कार्य निष्पादन रहा.

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उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए. 4 नये सदस्यों ने शपथ ली. बिरला ने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाये. उन्होंने कहा कि इस दौरान विभिन्न स्थायी समितियों ने 60 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये, 22 मंत्रियों ने वक्तव्य दिये और काफी संख्या में पत्र सभापटल पर रखे गए. उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान अनेक वित्तीय एवं विधायी कार्य निष्पादित किये गए.