सबरीमाला, 3 तलाक जैसे मुद्दों पर अहम फैसला देने वाले जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन हुए रिटायर, CJI बोले- सुप्रीम कोर्ट से एक ‘शेर जज’ चला गया
सुप्रीम कोर्ट में दूसरे वरिष्ठ जज जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन आज रिटायर हो गए. परंपरा के मुताबिक वह सीजेआई एनवी रमना के साथ बेंच में बैठे. इस दौरान सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि जस्टिस आरएफ नरीमन के सेवानिवृत्त होने के साथ सुप्रीम कोर्ट ने एक शेर जज को खो दिया है, जो अपनी विद्वता, स्पष्टता और विद्वतापूर्ण कार्य के लिए जाने जाते हैं. सीजेआई ने कहा कि जस्टिस नरीमन ने अपने 7 साल के कार्यकाल में 13565 केस सुने हैं. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जिस वरिष्ठ वकील को मैंने सबसे पहले ब्रीफ किया वो जस्टिस रोहिंटन थे, इसलिए ये दिन मेरे लिए बहुत खास हैं. जस्टिस रोहिंटन हमेशा अपने बनाए नियमों के मुताबिक चले.
सीजेआई ने आगे कहा कि उनकी संविधान को लेकर भागीदारी रही. हर क्षेत्र में वो उत्कृष्ट रहे. उन्होंने धार्मिक स्टडी भी की है. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि अब ये एक बड़ा नुकसान है. पूरे संस्थान को पूर्व CJI आरएम लोढ़ा को धन्यवाद दिया जाना चाहिए, जो जस्टिस नरीमन को सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज लेकर आए.
जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन को 7 जुलाई 2014 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और उनका सात साल का कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है. वह सुप्रीम कोर्ट बार के केवल चौथे वरिष्ठ वकील हैं जिन्हें जज के रूप में पदोन्नत किया गया. जस्टिस नरीमन प्रख्यात न्यायविद फली एस नरीमन के बेटे हैं.