देश भर के दिव्यांगजन विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र तक पहुंचने के लिए दिव्यांगजनों की सबसे बड़ी टीम के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने हेतु सियाचिन ग्लेशियर तक एक अभियान आरंभ करेंगे। हाल ही में, भारत सरकार ने दिव्यांगजनों की एक टीम को सियाचिन ग्लेशियर पर चढ़ने की अनुमति दी है। दिव्यांगनजों की टीम को पूर्व सशस्त्र बलों की एक टीम ‘टीम क्लॉ’ द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। देश भर के चुने हुए दिव्यांगजन विश्व के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र तक पहुंचने के लिए दिव्यांगजनों की सबसे बड़ी टीम का एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए कुमार चौकी (सियाचिन ग्लेशियर) तक एक अभियान आरंभ करेंगे।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार नई दिल्ली के 15 जनपथ स्थित डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र, जो सीमांत समुदायों को सशक्त बनाने तथा समाज में सामाजिक-आर्थिक रूपांतरण लाने के लिए अनुसंधान करने तथा नीतिगत पोषण उपलब्ध कराने के लिए अधिदेशित एक प्रमुख स्वायतशासी अनुसंधान निकाय है, से दिव्यांगजन सियाचिन ग्लेशियर अभियान के वाहन काफिले को झंडी दिखाएंगे।
इस अग्रगामी अभियान ‘ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम’ की सफलता दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने में एक अग्रणी देश के रूप में भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित करेगी तथा अन्य देशों के लिए अनुकरण करने के लिए एक मानदंड स्थापित करेगी। यह दिव्यांगजनों की असीम उत्पादक क्षमता का लाभ उठाने के लिए दिव्यांगजनों के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न तथा एमएसजेई के लक्ष्य को आगे बढ़ाएगा। इसी के साथ-साथ यह भारत के सशस्त्र बलों के कौशल तथा हृदय को न केवल युद्धक्षेत्र में बल्कि उसके बाहर भी शक्तिशाली तरीके से चित्रित करेगा।
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