केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), भारत और स्विट्जरलैंड के फाउंडेशन फॉर इनोवेटिव न्यू डायग्नोस्टिक्स (एफआईएनडी) के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और स्विट्जरलैंड के फाउंडेशन फॉर इनोवेटिव न्यू डायग्नोस्टिक्स (एफआईएनडी) के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए किए गए एक समझौता ज्ञापन के बारे में अवगत कराया गया। इस समझौता ज्ञापन पर फरवरी 2021 में हस्ताक्षर किए गए थे।

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लाभ:

यह समझौता ज्ञापन अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग के ढांचे के भीतर भारत और स्विट्जरलैंड के बीच आपसी हित के क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनायेगा।

वित्तीय प्रभावः

आईसीएमआर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर तक का फंड उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है जबकि एफआईएनडी 4,00,000 अमेरिकी डॉलर का फंड प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) के माध्यम से चिन्हित स्थानीय भागीदारों और शोधकर्ताओं को उपलब्ध कराएगा।

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पृष्ठभूमि:

आईसीएमआर देश में इंट्राम्यूरल और एक्स्ट्राम्यूरल अनुसंधान के जरिए जैव चिकित्सा अनुसंधान को बढ़ावा देता है। एफआईएनडी, (भारतीय) कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के अंतर्गत गठित किया गया, एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संगठन है।

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