मुख्य अंश
पर्यटन मंत्रालय ने विशेष रूप से महामारी के समय में आतिथ्य और पर्यटन उद्योग को मजबूत करने के अपने चल रहे प्रयासों में, मेकमाइट्रिप (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और आईबिबो ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड के साथ 17 अगस्त,2021 को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। पर्यटन मंत्रालय पहले ही ईजीमाइ ट्रिप, क्लियर ट्रिप और यात्राडॉटकॉम के साथ एमओयू साइन कर चुका है।
इस एमओयू का प्राथमिक उद्देश्य उन आवास इकाइयों को ज्यादा से ज्यादा लोगों की नजरों में लाना है, जिन्होंने ओटीए प्लेटफॉर्म के जरिये साथी (सिस्टम फॉर असेसमेंट, अवेयरनेस एंड ट्रेनिंग फॉर हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री) पर स्व-प्रमाणित किया है। समझौता ज्ञापन दोनों पक्षों को निधि पर इसके साथ ही साथी पर पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित करने और स्थानीय पर्यटन उद्योग को कोविड 19 के प्रसार को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करने को भी रेखांकित करता है। इसके साथ ही विचार ये है कि आवास इकाइयों की और जानकारी जुटाई जाये जिससे कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्राप्त हो और साक्ष्य आधारित और लक्षित नीति उपायों को डिजाइन किया जाये और सुरक्षित, सम्मानजनक और दीर्घकालिक पर्यटन को बढ़ावा मिले।
यह आयोजन भारतीय आतिथ्य और पर्यटन उद्योग को मजबूत करने के उपायों को लागू करने के लिए पर्यटन मंत्रालय और क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) के बीच व्यवस्था के तहत आयोजित किया गया था।
एमओयू पर हस्ताक्षर पर्यटन मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री राकेश कुमार वर्मा, पर्यटन मंत्रालय के उप महानिदेशक (एच एंड आर), श्री संजय सिंह, क्यूसीआई के वरिष्ठ निदेशक डॉ. ए राज, क्यूसीआई के उपनिदेशक श्री मोहित सिंह, क्यूसीआई के उपनिदेशक डॉ. महावीर प्रसाद तिवारीश्री. अभिषेक लोगानी, चीफ बिजनेस ऑफिसर-होटल, मेकमाइट्रिप (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और आईबिबो ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड और श्री वेंकटेश रामकृष्णा, एसवीपी – कॉरपोरेट अफेयर्स, मेकमाइट्रिप (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और आईबिबो ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड की मौजूदगी में हुए।
पर्यटन मंत्रालय और मेकमाइट्रिप (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और आईबिबो ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड एमओयू के माध्यम से पहचाने गए क्षेत्रों का पूरा लाभ उठाने के लिए भारतीय आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में रणनीतिक और तकनीकी सहयोग को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाने का प्रयास करेंगे। यह उम्मीद की जाती है कि भविष्य में भारत के आतिथ्य और पर्यटन उद्योग को मजबूत करने के लिए ऐसे समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने के लिए और अधिक ओटीए आगे आएंगे।
*******
एमजी/एएम/एसएस