नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने उड़ान योजना के अंतर्गत जामनगर-बेंगलुरु-हैदराबाद मार्ग पर प्रथम सीधी उड़ान का उद्घाटन किया

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्‍योतिरादित्‍य एम. सिंधिया ने नागरिक उड्डयन राज्‍य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्‍त) डॉ. वी.के.सिंह के साथ भारत सरकार की आरसीएस-उड़ान (क्षेत्रीय संपर्क योजना –उड़े देश का आम आदमी) के अंतर्गत आज जामनगर (गुजरात) से बेंगलुरु (कर्नाटक)और  हैदराबाद (तेलंगाना) के बीच प्रथम सीधी उड़ान को वर्चुअल रूप से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस वर्चुअल आयोजन में गुजरात के पर्यटन मंत्री श्री जवाहरभाई चावड़ा, गुजरात के नागर विमानन मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा, जामनगर से सांसद श्रीमती पूनमबेन हेमतभाई मदाम, विधायक (एमएलए)श्री आर सी फालदू, विधायक श्री राघवजीभाई हंसराजभाई पटेल के साथ सम्मिलित हुए।

 

उड़ान परिचालन के शुभारंभ के अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय में संयुक्‍त सचिव श्रीमती उषा पाधी भी नागर विमानन मंत्रालय और भारतीय विमानपत्‍तन प्राधिकरण (एएआई)के वरिष्‍ठ अधि‍कारियों के साथ मौजूद थीं। इस मार्ग पर उड़ान सेवाओं का परिचालन आरंभ होने से जामनगर का हवाई संपर्क भारत के 03 प्रमुख शहरों तक फैल जाएगा, जिनमें मुम्‍बई (महाराष्‍ट्र), बेंगलुरु और  हैदराबाद शामिल हैं।

इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सिंधिया ने कहा, “ उड़ान के अंतर्गत जामनगर से क्षेत्रीय संपर्क प्रारंभ करने की घोषणा करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है। आज से मैसर्ज स्‍टार एयर उड़ान के अंतर्गत जामनगर और हैदराबाद सहित जामनगर और बेंगलुरु के बीच पहली बार सीधी उड़ान का परिचालन करेगी। जामनगर व्‍यापार, सांस्‍कृतिक और धार्मिक केंद्रों का उचित मिश्रण है। इसके अतिरिक्‍त, मुझे इस बात की घोषणा करते हुए प्रसन्‍नता हो रही है कि हम उड़ान के अंतर्गत गुजरात से 10 और अतिरिक्त उड़ानें शुरू करने की योजना बना रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित उ‍ड़ान योजना देश के नागर विमानन क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण बदलाव लाने वाली रही है।”

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जामनगर में 100 से ज्‍यादा मंदिर हैं और इसलिए इसको “छोटी काशी” भी कहा जाता है। जामनगर संगमरमर से निर्मित अपने चार जैन मंदिरों : वर्धमान शाह मंदिर, रायसी शाह मंदिर, शेठ मंदिर और वासुपूज्य स्वामी मंदिर के लिए विख्‍यात । इन सभी का निर्माण 1574 और 1622 के बीच हुआ था। इसके अलावा, जामनगर को चार धामों में से एक – मोक्षपुरी शहर – द्वारका का प्रवेश द्वार शहर भी कहा जाता है।

मोती खावड़ी गांव के पास दुनिया के सबसे बड़े तेल शोधन और पेट्रो रसायन परिसरों की मौजूदगी और निकटवर्ती शहर वाडीनार में भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी रिफाइनरी स्थित होने के कारण जामनगर शहर को विश्व के तेल शहर के रूप में भी जाना जाता है । पीतल की वस्तुओं का निर्माण करने वाली  5000 से अधिक बड़ी और 10,000 छोटे स्‍तर की कार्यशालाओं की उपस्थिति के कारण जामनगर को पहले देश की ‘ब्रास सिटी’ कहा जाता था। यह क्षेत्र देश में पीतल की वस्तुओं का सबसे अधिक उत्‍पादन करता है।

हवाई या रेल संपर्क जैसा कोई भी सीधा साधन उपलब्‍ध न होने के कारण लोगों को इन शहरों तक पहुंचने के लिए घंटों लंबी यात्रा करनी पड़ती थी। जामनगर और बेंगलुरु के बीच सीधी उड़ान उपलब्‍ध हो जाने से हवाई यात्रा का समय काफी घटकर 135 मिनट रह जाएगा, जबकि पहले वाया मुंबई आने वाली कनेक्टिंग उड़ानों के माध्‍यम से सफर करने पर 07 घंटे का समय लगता था। इन दोनों शहरों के बीच सड़क यात्रा का विकल्प  चुनने पर भी 30 घंटे से अधिक समय लगता है जबकि ट्रेन से यात्रा करने में लगभग 20 घंटे लगते हैं।

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इसी तरह, जामनगर से हैदराबाद या हैदराबाद से जामनगर पहुंचने के लिए ट्रेन और सड़क मार्ग से यात्रा करने पर एक दिन से अधिक समय लगता था। इन दोनों शहरों के बीच सीधी उड़ानों की उपलब्‍धता नहीं होने के कारण कनेक्टिंग फ्लाइट से हवाई यात्रा करने में 06 घंटे से अधिक का समय लगता था। अब, यहां के मूल निवासी उड़ान का विकल्प चुनकर केवल 130 मिनट में दोनों शहरों के बीच आसानी से उड़ान भर सकते हैं।

स्टार एयर को उड़ान 3 की बोली प्रक्रिया के दौरान उपरोक्त मार्ग प्रदान किए गए थे । उड़ान के अंतर्गत एयरलाइन्‍स को वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) प्रदान की जा रही है, ताकि  किराया आम लोगों के वहन करने योग्‍य और सुलभ रखा जा सके। यह एयरलाइन इस मार्ग पर सप्‍ताह में तीन उड़ानों का परिचालन करेगी और 50-सीटों वाले  अपने एम्ब्रेयर ईआरजे-145 विमान तैनात करेगी। यह मार्ग एयरलाइन द्वारा 32वें उड़ान मार्ग की शुरुआत का प्रतीक है।

उड़ान योजना के तहत अब तक 369 मार्गों और 60 हवाई अड्डों (5 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एयरोड्रोम सहित) पर परिचालन किया जा चुका है।

उड़ान सारिणी निम्‍नलिखित  है:

उड़ान सारिणी निम्‍नलिखित  है:

 

उड़ान संख्‍या:

क्षेत्र

रवानगी

आगमन

फ्रीक्‍वेंसी

विमान

 

ओजी131

 

बेंगलुरु – जामनगर

 

06:35

 

08:50

मंगलवार, गुरुवार और शनिवार

 

ईआरजे-145

 

ओजी 149

 

जामनगर – हैदराबाद

 

09:15

 

11:30

मंगलवार, गुरुवार और शनिवार

 

ईआरजे-145

 

ओजी 150

 

हैदराबाद – जामनगर

 

15:15

 

17:20

मंगलवार, गुरुवार और शनिवार

 

ईआरजे-145

 

ओजी 132

 

जामनगर – बेंगलुरु

 

17:45

 

20:00

मंगलवार,

गुरुवार और शनिवार

 

ईआरजे-145

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