कॉफ्रेंस ऑफ दि पार्टीज-सीओपी-26 को अनुकूलन, वित्त, राह्त उपायों जैसे कार्य सूची के सभी विषयों पर एक समान व्यवहार के साथ एक संतुलित परिणाम सुनिश्चित करना चाहिए: श्री भूपेंदर यादव

बैठक में श्री भूपेंदर यादव ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों को स्वीकार करते हुए भारत में ‘श्वेत क्रांति’ में डेनमार्क के योगदान पर प्रकाश डाला। श्री यादव ने कहा कि डेनमार्के के सहयोग के कारण भारत आज दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।

Had an engaging and fruitful discussion with my Danish counterpart Mr @DanJoergensen. I thanked him for the efforts of the Kingdom of Denmark in the renewable energy sector, especially for the cooperation in setting up the Offshore Clean and Wind Energy Hub in Tamil Nadu. pic.twitter.com/rE3ouKiZjM

श्री यादव ने तमिलनाडु में स्वच्छ और पवन ऊर्जा केंद्र की स्थापना में डेनमार्क के योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निवेश करने वाली डेनमार्क की कंपनियों की भी सराहना की।

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दोनों मंत्रियों ने हरित रणनीतिक साझेदारी (जीएसपी) और ग्लास्गो में होने वाली आगामी कॉफ्रेंस ऑफ दि पार्टीज-सीओपी-26 बैठक पर विचार विमर्श किया।

जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल-आईपीसीसी के नीति निर्माताओं के लिए भौतिक विज्ञान सारांश (एसपीएम) के हाल ही में जारी निष्कर्षों को बहाल करते हुए, श्री यादव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दुनिया को भूले हुए वाक्यांशों ‘इक्विटी, सीबीडीआर-आरसी, और राष्ट्रीय परिस्थितियों’ के बारे में याद रखना चाहिए जो यूएनएफसीसीसी और इसके पेरिस समझौते के आधार हैं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सीओपी-26 को अनुकूलन, वित्त, राह्त उपायों आदि जैसे कार्य सूची के सभी विषयों पर समान व्यवहार के साथ एक संतुलित परिणाम सुनिश्चित करना चाहिए।

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पर्यावरण मंत्री ने पर्यावरण क्षेत्र में हरित रणनीतिक भागीदारी (जीएसपी) को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त कार्य योजना पर भी विचार विमर्श किया। श्री यादव ने कहा कि भारत और डेनमार्क विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा, चक्रीय अर्थव्यवस्था और संसाधन दक्षता आदि पर द्विपक्षीय सहयोग को और सुदृढ़ करने का पता लगा सकते हैं।

दोनों पक्ष पर्यावरण पर द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने और हरित रणनीतिक साझेदारी-जीएसपी और कॉफ्रेंस ऑफ दि पार्टीज-सीओपी-26 पर चर्चा को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए।

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