सरकार ने ड्रोन और ड्रोन कंपोनेंट्स के लिए उत्पादन से सम्बद्ध-पीएलआई योजना को मंजूरी दी

आत्मनिर्भर भारत के हमारे सामूहिक दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने ड्रोन और ड्रोन कंपोनेंट्स के लिए उत्पादन से सम्बद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी प्रदान की है।

 

अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में ड्रोन जबरदस्त लाभ प्रदान करते हैं। इनमें शामिल हैं- कृषि, खनन, बुनियादी ढांचा, निगरानी, आपातकालीन प्रतिक्रिया, परिवहन, भू-स्थानिक मानचित्रण, रक्षा और कानून प्रवर्तन। ड्रोन अपनी पहुंच, बहुमुखी प्रतिभा और उपयोग में आसानी के कारण विशेष रूप से भारत के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में रोजगार और आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण निर्माता हो सकते हैं।     

नवाचार, सूचना प्रौद्योगिकी, किफायती अभियांत्रिकी और इसकी विशाल घरेलू मांग में अपनी पारंपरिक ताकत को देखते हुए, भारत में 2030 तक वैश्विक ड्रोन केंद्र बनने की क्षमता है।

 

केंद्र सरकार द्वारा 25 अगस्त 2021 को जारी उदारीकृत ड्रोन नियम, 2021 के अनुवर्ती के रूप में पीएलआई योजना आई है। पीएलआई योजना और नए ड्रोन नियमों का उद्देश्य आगामी ड्रोन क्षेत्र में सुपर-सामान्य विकास को प्रेरित करना है।

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नए नियमों और प्रोत्साहन योजना के लिए धन्यवाद, जिसके कारण ड्रोन और ड्रोन घटकों के निर्माण उद्योग में अगले तीन वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हो सकता है। ड्रोन निर्माण उद्योग का वार्षिक बिक्री कारोबार 2020-21 में 60 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 900 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है। ड्रोन निर्माण उद्योग से अगले तीन वर्षों में 10,000 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।

 

ड्रोन सेवा उद्योग (संचालन, रसद, डेटा प्रसंस्करण, यातायात प्रबंधन आदि) बहुत बड़े पैमाने पर मौजूद है। अगले तीन वर्षों में इसके बढ़कर 30,000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है। ड्रोन सेवा उद्योग से तीन वर्षों में पांच लाख से अधिक रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।

 

ड्रोन के लिए पीएलआई योजना की शीर्ष 15 विशेषताएं

 

 

उदाहरण: एक विनिर्माता के लिए पीएलआई गणना (नमूना वर्ष वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए)

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दावा वर्ष

बिक्री – कुल जीएसटी (रुपये करोड़  में)

खरीद  – कुल जीएसटी (रुपये करोड़ में)

मूल्य वृद्धि(रुपये करोड़ में)

पीएलआई दर (प्रतिशत)

पीएलआई शेष (रुपये करोड़ में)

वित्त वर्ष 2021-22

100

60

100–60 = 40

20%

40 x 20% = 8

 

ड्रोन और ड्रोन घटकों के लिए पीएलआई का अनुमानित भुगतान कार्यक्रम

दावा वर्ष

बिक्री- कुल जीएसटी (रुपये करोड़ में)

खरीद- कुल जीएसटी (रुपये करोड़ में)

पात्र मूल्य वृद्धि (रुपये करोड़ में)

मूल्य वृद्दि के लिए पीएलआई दर (प्रतिशत)

लागू पीएलआई       (रुपये करोड़ में)

संवितरण वर्ष

वित्त वर्ष 21-22

200

120

80

20 प्रतिशत

16

वित्त वर्ष 22-23

वित्त वर्ष 22-23

400

240

160

20 प्रतिशत

32

वित्त वर्ष 23-24

वित्त वर्ष 23-24

900

540

360

20 प्रतिशत

72

वित्त वर्ष  24-25

कुल योग

1500

900

600

20 प्रतिशत

120

 

 

ड्रोन नियम, 2021 की शीर्ष 15 विशेषताएं (25 अगस्त 2021 को अधिसूचित)

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