तेज आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी को प्रोत्साहित करने की मोदी सरकार की नीति के अनुरूप और केन्द्रीय गृह एवंसहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, आईसीपी पेट्रापोल में 17 सितंबर को एक नए यात्री टर्मिनल भवन (आई) का उद्घाटन किया गया। यह कदम सीमा पर उपलब्ध बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और बांग्लादेश के साथ भारत की कनेक्टिविटी को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक बड़े प्रोत्साहन का संकेत है।
इस भवन का उद्घाटन भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। भारत की ओर से उद्घाटन गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय और श्रीनिसिथ प्रमाणिक ने किया। बांग्लादेश की ओर से बांग्लादेश सरकार के जहाजरानी राज्यमंत्रीश्री खालिद महमूद चौधरी मुख्य अतिथि थे। यह उद्घाटन बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम दोरईस्वामी की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री आदित्य मिश्रा और बांग्लादेश लैंड पोर्ट अथॉरिटीके अतिरिक्त सचिव एवं अध्यक्ष मोहम्मद आलमगीर भी उपस्थित थे।
आईसीपी पेट्रापोल, जोकि दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा लैंड पोर्ट है, बांग्लादेश से आने वाले यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोर्ट है। यह भारत का नौवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय इमीग्रेशन पोर्ट भी है, जहां से सालाना लगभग 23 लाख यात्रीगुजरते हैं। लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा निर्मितनया यात्री टर्मिनल भवन (आई) 1,305 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे किसी भी समय लगभग 550 यात्रियों को संभालने की दृष्टि से तैयार किया गया है। नया यात्री टर्मिनल भवन (आई) यात्रियों को सुगम और आरामदायक आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगा और यह एक ही छत के नीचे इमीग्रेशन, सीमा शुल्क और सुरक्षा जैसी सुविधाओं से लैस है। यह टर्मिनल भवन 32 इमिग्रेशन काउंटरों, 4 सीमा शुल्क काउंटरों, 8 सुरक्षा काउंटरों से भी सुसज्जित है और इसमें संबद्ध हितधारकों के कार्यालयों के लिए पर्याप्त स्थान है।
अब जबकि भारत और बांग्लादेश ने राजनयिक साझेदारी के 50 यादगार साल पूरे कर लिए हैं, सभी सम्मानित गणमान्य लोगों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और दोनों देशों के लोगों के बीच अधिक से अधिक संपर्क की सुविधा के लिए आवश्यक आधुनिक बुनियादी ढांचा स्थापित करने के महत्व को दोहराया।
एलपीएआई आईसीपी पेट्रापोल में एक नए अत्याधुनिक यात्री टर्मिनल भवन (द्वितीय) के निर्माण की प्रक्रिया में भी जुटा है। इस नए अत्याधुनिक भवन को पांच लाखयात्रियों को संभालने की क्षमता की दृष्टि से तैयार करने की योजना है। इसका निर्माण कार्य फरवरी 2020 में शुरू किया गया और इसे 2022 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
इस उद्घाटन समारोह के दौरान, मुख्य अतिथियों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक साझा दूसरे कार्गो गेट की आधारशिला भी रखी। एलपीएआई और बीएलपीए जैसी सीमा एजेंसियों के बीच मजबूत समन्वय का एक उदाहरण स्थापित करते हुए, इस कदम के तहत एक बेहतर संस्थागत व्यवस्था के माध्यम से सीमा पार से माल की रिहाई / निकासी में तेजी आने और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार एवं कनेक्टिविटी में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
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एमजी/एएम/आर/ सीएस