केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज असम के गुवाहाटी में पर्यावरण और वन सचिव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने सीएएफ और पीडी के अधिकारियों, खाद्य सचिव, राज्य सरकार के ईडी एफसीआई, सीडब्ल्यूसी डीआईएस और अन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक की।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपने सात दिवसीय दौरे के पहले दिन, अश्विनी कुमार चौबे ने असम में परियोजनाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की स्थिति की समीक्षा की। विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मंत्री महोदय ने कहा कि हालांकि राज्य में विकास निरंतर जारी है, पर हाल के महीनों में विकास की गति तेजी से बढ़ी है और यह दृष्टिगोचर भी होता है। उन्होंने उत्कृष्ट कार्य के प्रदर्शन के लिए असम सरकार की सराहना की।
राज्य की प्रगति में तेजी लाने के लिए उन्होंने पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रमों में जनता की भागीदारी का सुझाव दिया। अश्विन कुमार चौबे ने कहा कि उनका मानना है कि यदि हम महत्वपूर्ण अवसरों को आमजन के साथ मनाते हैं, तो इससे विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने सुझाव दिया कि बच्चों को राष्ट्रीय उद्यानों में जाने की सुविधा दी जानी चाहिए ताकि उन्हें अपने पर्यावरण के विषय में जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि युवा पीढ़ी को कम से कम वर्ष में दो बार राष्ट्रीय उद्यानों में भ्रमण का अवसर मिले तो वह पर्यावरण के विषय में अधिक ज्ञान एकत्रित कर सकेंगें।
उन्होंने कहा कि यदि असम इस क्षेत्र में कुछ विशिष्ट कार्य करता है, तो इससे पूरे देश को प्रेरणा मिलेगी। मंत्री महोदय न कहा कि उनका मानना है कि बाघ दिवस, हाथी दिवस, पर्यावरण दिवस आदि अवसरों को आम नागरिकों के साथ मनाया जाना चाहिए और इन्हें कार्यालयों तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर कार्यों को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त भी अवसर मिलेगें और इससे नागरिकों को भी किये गए कार्यों के विषय में जानकारी प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति में तेजी लाने और कार्यों में सुधार करने के लिए नवीन विचारों को साझा करते हुए अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने असम सरकार के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रगति बेहतर रूप से नज़र आ रही है। अश्विन कुमार चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूर्वोत्तर का अत्यधिक महत्व है और उनके नेतृत्व में हम पूर्वोत्तर राज्यों में विकास के लिए समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि पहले असम में 5246 हाथी थे और उनकी संख्या बढ़कर अब 5719 हो गई है। बाघों की संख्या भी 70 से बढ़कर 190 हो गई है। उन्होंने गैंडों की रक्षा के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में गैंडों की आबादी में काफी महत्वपूर्ण रूप से वृद्धि हुई है।
अश्विन कुमार चौबे ने कहा कि असम में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नवीन कदम उठाए जा रहे हैं। नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में प्रगति की समीक्षा के लिए मंत्री महोदय इन राज्यों का भी दौरा करेंगे।
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एसजी/एएम/एसएस