आयुष मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच हुई दूसरी अंतर मंत्रिस्तरीय बैठक के सार्थक परिणाम प्राप्त हुए

आयुष मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच हुई दूसरी अंतर-मंत्रालयी बैठक ने इन दोनों मंत्रालयों के बीच तालमेल तथा प्रभावी समन्वय प्राप्त करने के लिए अपेक्षित परिणाम प्राप्त किये हैं। लंबित मुद्दों को हल करने हेतु कई निर्णायक कदम उठाए गए। यह बैठक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री मनसुख मंडाविया, आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष राज्यमंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी। दोनों मंत्रालयों के वरिष्ठतम अधिकारियों ने मंत्रालयों के बीच प्रभावी समन्वय और अभिसारिता के कदमों तथा प्रक्रियाओं पर चर्चा की।

जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की गई, उनमें अटल बिहारी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएयू) में आयुष पैकेजों को शामिल करना, स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) के सेवा पैकेज में आयुष सेवाओं को एकीकृत करना और आयुष मॉड्यूल को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रशिक्षण में एकीकृत करना, एनसीआई झज्जर में एकीकृत कैंसर देखभाल केंद्र के लिए सहायता, परिवार को चतुर्थ स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल स्तर के रूप में मान्यता देना तथा आयुष का नए और आगामी एम्स में एकीकरण करना। बैठक के दौरान कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

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सबसे पहले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने 12 अगस्त, 2021 को दोनों मंत्रालयों के मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई पिछली बैठक का उल्लेख किया और ‘सभी के लिए स्वास्थ्य’ लक्ष्य के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे स्वास्थ्य प्रणालियों के एकीकरण के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के अनुसार, एक संपूर्ण स्वास्थ्य दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।

आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने हाथ से हाथ थाम कर चलने के प्रधानमंत्री की परिकल्पना का जिक्र करते हुए कहा कि यह एकीकरण देश के लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के साथ सहमति व्यक्त की और कहा कि एकीकरण की प्रक्रिया को तेजी से करने की जरुरत है, ताकि लोग अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विस्तारित स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित हो सकें।

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आयुष राज्यमंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई ने कहा, “हमें दोनों मंत्रालयों से स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के बीच एकीकरण को प्राप्त करने के लिए एक दीर्घकालिक रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि दोनों मंत्रालयों की स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली में एकीकरण बड़े पैमाने पर जनता के लिए बेहतर, सुलभ एवं सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा।

चर्चा में भाग लेने वाले अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में एनएचए में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आर.एस. शर्मा, डीजीएचएस डॉ. सुनील कुमार, एएस और एफए डॉ. धर्मेंद्र सिंह गंगवार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में एएस श्री आलोक सक्सेना, आयुष मंत्रालय में जेएस श्रीमती कविता गर्ग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में जेएस श्री लव अग्रवाल, एनएचए में उप सीईओ डॉ. विपुल अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्रालय में जेएस श्री विशाल चौहान, डॉ. एंजेल, एम्स और आयुष मंत्रालय में जेएस श्री डी सेंथिल पांडियन शामिल थे।

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