नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) ने “इनोवेशन्स फॉर यू, सेक्टर इन फोकस हेल्थकेयर”का लोकार्पण किया है जो विभिन्न डोमेन में अटल इनोवेशन मिशन के स्टार्टअप्स की सफलताओं को दर्शाने का प्रयास है। इन स्टार्टअप्स ने नए, बाधाकारी और नवोन्मेषी उत्पादों, सेवाओं और समाधान के लिए काम किया है जो एक स्थायी भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। इस पुस्तक का पहला संस्करण स्वास्थ्य देखभाल में नवाचारों पर केन्द्रित है और जल्द ही अन्य क्षेत्र भी इसका अनुसरण करेंगे।
देश स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, इनोवेशन्स फॉर यू श्रृंखला में अटल इनोवेशन मिशन विभिन्न क्षेत्रों में अभिव्यक्ति स्टार्टअप को आकर्षित कर रहा है जो महामारी के बाद के युग में एक स्थायी भविष्य बनाने के लिए नव परिवर्तन ला रहे हैं।
इस पुस्तक में देश भर में फैले अटल इनक्यूबेशन सेंटर्स में विकसित 45 हेल्थ टेक स्टार्टअप्स का संकलन किया गया है। ये स्टार्टअप एआई, आईओटी, आईसीटी और अन्य प्रमुख तकनीकों का लाभ उठा रहे हैं ताकि एनीमिया, मलेरिया, दंत चिकित्सा देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य, नवजात और बच्चे की देखभाल और मानव जीवन के आवश्यक अंगों की निगरानी जैसी समस्याओं के लिए सामाजिक रूप से उचित समाधान प्रदान किए जा सकें।
डिजी-पुस्तक का लोकार्पण नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ. वी. के. पॉल, नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत, अपर सचिव डॉ. राकेश सरवाल और अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग के मिशन निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव की उपस्थिति में किया गया।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने स्टार्टअप और उनके नवोत्पादों की सराहना करते हुए कहा- “यह पुस्तक आने वाले उद्यमियों के लिए प्रोत्साहन के रूप में कार्य करेगी जो भारत की कुछ प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने के लिए रचनात्मकता और कल्पना के मार्ग पर काम करेंगे। “
उपाध्यक्ष की बात को आगे बढ़ाते हुए सदस्य स्वास्थ्य,डॉ. वी. के. पॉल-ने एआईएम टीम को बधाई दी और इस पुस्तक के संकलन में किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए उनके काम और नवाचारों को स्वीकार करते हुए अटल इनक्यूबेशन सेंटर और उनके द्वारा विकसित स्टार्टअप की भी सराहना की।
नीति आयोग के सीईओ ने कहा-“इनोवेशन्स फॉर यू यह दिखाने का एक प्रयास है कि किस प्रकार युवा भारत धीरे-धीरे लेकिन लगातार विश्व स्तर का मार्गदर्शक बनने की ओर बढ़ रहा है। अटल इनोवेशन मिशन के साथ भारत सरकार स्टार्टअप्स और युवा नेताओं को उनके सपनों को साकार करने में मदद कर रही है।”
नीति आयोग के अपर सचिव (स्वास्थ्य) डॉ. राकेश सरवाल ने भी एआईएम टीम के प्रयासों की सराहना की और स्वास्थ्य देखरेख संबंधी नव परिवर्तनों के क्षेत्र में स्टार्टअप द्वारा किए गए कार्यों को स्वीकार किया।
अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव ने पुस्तक में उल्लिखित 45 इनोवेटर्स को बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि आज के स्टार्टअप किस प्रकार बेहतर कल के लिए स्वास्थ्य देखभाल पहेली को सुलझाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
अटल इनोवेशन मिशन की डिजी-पुस्तकश्रृंखला- “इनोवेशन्स फॉर यू, सेक्टर इन फोकस हेल्थकेयर”बेहतरीन नवोन्मेष लाई है और उद्यमियों को अग्रणी स्थान पर लाती है। पुस्तक के बाद के संस्करण अन्य उभरते क्षेत्रों जैसे अन्य विषयों के अलावा एग्रीटेक, एडुटेक, मोबिलिटी, ईवी पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के बारे में
अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) देश में नवोन्मेष और उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रमुख पहल है। एआईएमको देश के इनोवेशन इकोसिस्टम का प्रबंध करने और इनोवेशन इको-सिस्टम में क्रांति लाने के लिए उद्योग विशिष्ट संस्थानों की एक संस्था बनाने का काम सौंपा गया है-जो विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समूचे नवोन्मेषी चक्र का मोटे तौर पर जिक्र करता है।
अटल टिंकरिंग लेबोरेटरीज (एटीएल) नई खोज करने वालों को तैयार करता है, अटल इनक्यूबेशन केन्द्र स्थापित इनक्यूबेशन केन्द्रों की सहायता करते हैं, यह सुनिश्चित करते हैं कि नई खोज को बाजार में ले जाया जाए और इन नवोन्मेषों के आसपास उद्यम बनाने में मदद मिले, अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर आधिकारिक तौर पर भारत के क्षेत्रों में किसी व्यक्ति को नहीं प्राप्त/ पर्याप्त तौर पर नहीं प्राप्त सेवा अथवा सुविधा वाले लोगों के लिए प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार के लाभों को बढ़ावा दे रहे हैं। अटल न्यू इंडिया चुनौतियां राष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक प्रभाव वाले उत्पाद और सेवा नवाचार पैदा कर रही हैं और एआरआईएसई एएनआईसीचुनौतियां एमएसएमई/स्टार्टअप क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से नवाचार को बढ़ावा देती हैं।
“इनोवेशन्स फॉर यूके लिए क्यू आर कोड
इनोवेशन्स फॉर यू तक पहुंचने का लिंक: https://aim.gov.in/pdf/AIM_HealthcareCTB.pdf
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एमजी/एएम/केपी