यूआईडीएआई की आधार हैकाथन को युवा इनोवेटर्स से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने और नागरिकों के अनुभव व आधार नामांकन और प्रमाणन सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म के साथ उनके इंटरफेस के तरीके में सुधार के लिए नवीन समाधान खोजने के उद्देश्य से युवाओं के बीच नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक हैकाथन का आयोजन कर रहा है।

इस अवसर पर, 5,000 से ज्यादा इनोवेटर आधार हैकाथन 2021 के लगभग 95 घंटों की अवधि के लिए खुद को चुनौती देंगे। यह हैकाथन 28 अक्टूबर, 2021 को शुरू होगी और 31 अक्टूबर, 2021 को समाप्त होगी। इस गहन सत्र के दौरान, युवा इनोवेटर यूआईडीएआई द्वारा विचाराधीन वास्तविक जीवन की कुछ चुनौतियों के समाधान और नए विचारों व आधार के अगले दशक के समाधानों की खोज के लिए अपनी कल्पनाओं को विस्तार देंगे। इस कार्यक्रम में देश भर के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं और इस कार्यक्रम को वास्तव में अखिल भारतीय बना रहे हैं।

यूआईडीएआई को 3,000 टीम पंजीकरण मिलने के साथ, आधार हैकाथन 2021 ने युवा इनोवेटर्स का अप्रत्याशित रूप से ध्यान खींचा है जिससे यह हाल के दौर की सबसे प्रतिस्पर्धी हैकाथनों में से एक होने जा रही है। लगभग सभी एनआईआरएफ सूचीबद्ध संस्थानों ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में विभिन्न टीमों के माध्यम से प्रतिनिधित्व किया है। हैकाथन में दो विषयों में वर्गीकृत समस्याएं शामिल हैं, जिन्हें चुनौतियों के तत्काल समाधान और साथ ही भविष्य की नींव रखने के लिए चुना गया है।

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प्रो. राजेश सुंदरेशन के नेतृत्व ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बंगलुरू’ के फैकल्टी सदस्यों ने कार्यक्रम को आकार देने और इस हैकाथन में समस्याओं के निर्धारण में अपना समर्थन और शैक्षणिक अनुभव दिया है। व्यापक स्तर पर युवा इनोवेटर्स की भागीदारी से डिजिटल इंडिया के निर्माण की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास का पता चलता है, जैसी प्रधानमंत्री ने एकेएएम आयोजनों के दौरान परिकल्पना की थी।

हैकाथन शुरू होने से पहले, यूआईडीएआई ने ऑनलाइन सलाह सत्रों का आयोजन किया, जिनमें यूआईडीएआई में डीडीजी श्री अनूप कुमार, यूआईडीएआई में चीफ प्रोडक्ट मैनेजर डॉ. विवेक राघवन, यूआईडीएआई में एडीजी ग्रुप कैप्टन बी पी साबुत और तकनीक टीम के अन्य सदस्यों के मार्गदर्शन में विभिन्न वेबिनारों के माध्यम से समस्याओं और आधार प्रौद्योगिकियों का वर्णन किया। युवा इनोवेटर्स को अपने विचारों को आकार देने और उन्हें सार्थक समाधानों में परिवर्तित करने में सहायता देने के लिए छह ऑनलाइन परामर्श सत्रों का आयोजन किया गया था। एपीआई और समस्याओं से जुड़ी शंकाओं के समाधान के लिए चार वेब चैनल खोले गए हैं, और अभी तक तकनीक टीम द्वारा सैकड़ों शंकाओं का समाधान किया जा चुका है।

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युवा इनोवेटर्स द्वारा दी गई प्रविष्टियों को शिक्षा, उद्योग और सरकारी क्षेत्र से लिए गए विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा व्यवस्थित तरीके से छांटा जाएगा और उनका मूल्यांकन किया जाएगा। यूआईडीएआई द्वारा विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा और कुछ भाग्यशाली लोगों को यूआईडीएआई के लिए काम करने को एक प्लेसमेंट की पेशकश की जाएगी, जिसके लिए कुछ अन्य मानदंडों को पूरा करना होगा।

‘आधार हैकाथन 2021’ का विवरण https://hackathon.uidai.gov.in/ पर उपलब्ध है।

 

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