प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रख्यात लेखक और जन बुद्धिजीवी श्री आनंद शंकर पांड्या जी के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, प्रधानमंत्री ने कहा:
“श्री आनंद शंकर पांड्या जी एक महान लेखक और जन बुद्धिजीवी थे, जिन्होंने इतिहास, लोक नीति और आध्यात्मिकता पर व्यापक रूप से लिखा। उनमें भारत के विकास के प्रति उत्साह था। वे वीएचपी में सक्रिय थे और निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करते थे। उनके निधन से दुखी हूं।
मेरा मन श्री आनंद शंकर पांड्या जी के साथ कई बार हुई बातचीत पर जाता है। महान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ उनकी बातचीत और विभिन्न मुद्दों पर उनकी अंतर्दृष्टि के बारे में किस्से सुनना, मन को प्रसन्नता से भर देता था। उनके परिवार के सदस्यों से बात की और उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। ओम शांति।”
Shri Anand Shankar Pandya Ji was a prolific author and public intellectual who wrote extensively on history, public policy and spirituality. He was passionate about India’s growth. He was active in the VHP and worked selflessly towards social service. Saddened by his demise.
एमजी/एएम/जेके