प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देते हुए दिल्ली सीमा शुल्क जोन ने आज तीन महत्वपूर्ण पहल की।
सीमा शुल्क और दूसरे हितधारकों के साथ व्यापार के भौतिक संपर्क को कम करने के उद्देश्य से आयातित सामान के मुआयने की तारीख तय करने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू की गई। यह एक बहु-हितधारक एप्लिकेशन है, जहां सीमा शुल्क, कॉनकॉर, सीमा शुल्क ब्रोकर्स और आयातक को एक ही मंच पर माल की जांच का समय निर्धारित करने को लेकर सुविधा होगी। इस पहल से व्यापार और अन्य हितधारकों को आसानी होगी और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकेगी।
आईसीडी तुगलकाबाद में सीमा शुल्क विभाग ने एक बैगेज स्कैनर भी शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप सरल और आसान जांच सुनिश्चित करते हुए सामान/पैलेटाइज्ड आयातित कार्गो की मशीन से ही चेकिंग होगी। इससे सीमा शुल्क विभाग को तस्करी रोकने में भी मदद मिलेगी। कुछ दिन पहले स्मार्ट लॉक के उपयोग से कंटेनरीकृत कार्गो की इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग और ब्लॉकचेन तकनीक पर बना एक एप्लिकेशन लॉन्च किया गया था। यह दस्तावेजीकरण को लेकर व्यापार पर अनुपालन बोझ कम करते हुए जीपीएस ट्रैकिंग के जरिए बिना शुल्क का भुगतान वाले सामानों की निगरानी और ट्रैक मूवमेंट में विभाग को सक्षम बनाता है।
एक अन्य पहल के तहत, आईसीडी तुगलकाबाद ने रविवार और सभी सार्वजनिक छुट्टियों पर सीमा शुल्क जांच कर मंजूरी देने का काम शुरू किया है जिससे उद्योग की लॉजिस्टिक्स क्षमता में सुधार होगा। आईसीडी टीकेडी पर यह सुविधा 14 नवंबर 2021 (रविवार) से लागू की जा रही है, काम का समय सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इस संबंध में सार्वजनिक सूचना क्रमांक 34/2021 एवं सार्वजनिक सूचना संख्या 04/2021 दोनों दिनांक 10 नवंबर 2021 को प्रधान आयुक्त, सीमा शुल्क (आयात) और आयुक्त सीमा शुल्क (निर्यात), आईसीडी-तुगलकाबाद (आयात) नई दिल्ली द्वारा जारी किया गया था।
आईसीडी तुगलकाबाद (टीकेडी) 1993 से अपनी वर्तमान जगह पर है और यह 1983 में बेंगलुरु के बाद देश में स्थापित होने वाला दूसरा स्थलीय बंदरगाह था। यह आयातकों और निर्यातकों की जरूरतों को पूरा करता है और उत्तर भारत का सबसे बड़ा अंतर्देशीय शुष्क बंदरगाह है। यह बंदरगाह एक्जिम कार्गो के लगभग 2,50,000 टीईयू का प्रबंधन करता है और गेटवे बंदरगाहों जैसे मुंबई, न्हावा शेवा, चेन्नई, मुंद्रा आदि से चार पूरी लंबाई की रेल लाइनों से अच्छी तरह जुड़ा है। इसके अलावा यहां लुधियाना, हल्दिया, कोलकाता और कांडला आदि बंदरगाहों से भी सड़क मार्ग से कंटेनर आते हैं। आईसीडी टीकेडी अधिकांश आधुनिक सुविधाओं से लैस है जैसे 40 मीट्रिक खाली उठाने की क्षमता वाली रेल माउंटेड गैंट्री, रबर टायर डीजल संचालित क्रेन, बिलोटीज और लिफ्ट ट्रक आदि के अलावा दो कवर शेड- एक आयात और एक निर्यात के लिए है। एक्जिम माल की स्टफिंग और डी-स्टफिंग के लिए सीमा शुल्क का कुल क्षेत्र 16,000 वर्ग मीटर है। इन अति-आधुनिक सुविधाओं के साथ, आईसीडी-टीकेडी, नई दिल्ली भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे बड़े मल्टी-मोडल केंद्र के रूप में विकसित हुआ है।
इस अवसर पर विशेष सचिव और सदस्य (आईटी और करदाता सेवाएं), श्री संदीप कुमार, श्री सुरजीत भुजबल, मुख्य आयुक्त, दिल्ली सीमा शुल्क क्षेत्र के साथ-साथ आईसीडी तुगलकाबाद, पटपड़गंज, एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स, एयरपोर्ट, ऑडिट, अपील और डीजी सिस्टम्स के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
एमजी/एएम/एएस