केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने नागरिकों के लिए टेली-लॉ मोबाइल ऐप लॉन्च किया। उन्होंने टेली-लॉ अग्रिम पंक्ति के पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर विधि एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल भी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम 8 से 14 नवंबर, 2021 तक न्याय विभाग द्वारा मनाए जाने वाले आजादी का अमृत महोत्सव समारोह का हिस्सा था।
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने अपने संदेश में कहा कि नए भारत का विकास प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के विजन से हुआ है। डिजिटल इंडिया स्कीम के तहत ई-इंटरफेस प्लेटफॉर्म टेली लॉ का विकास किया गया। यह देश में पूर्व-मुकदमा तंत्र को सुदृढ़ करने का प्लेटफॉर्म है। उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य सबका प्रयास, सबका न्याय हासिल करना है। उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान आम लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके लिए न्याय सुलभ करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
जन-समूह को संबोधित करते हुए, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों के समारोह के एक भाग के रूप में सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए 75,000 ग्राम पंचायतों में टेली-लॉ के विस्तार की घोषणा की। उन्होंने अधिवक्ताओं से टेली-लॉ आंदोलन में शामिल होने और कानूनी सहायता सेवाओं के लिए बुनियादी कदम के रूप में कानूनी मार्गदर्शन और परामर्श प्रदान करने की भी अपील की। उन्होंने अग्रिमपंक्ति के सभी पदाधिकारियों के टीम प्रयास की सराहना की, जिसने टेली-लॉ को 12 लाख से अधिक लाभार्थियों की संख्या को पार करने में सक्षम बनाया है और समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए भी न्याय और कानूनी सहायता सेवा उपलब्ध कराने के लिए सबका प्रयास, सबको न्याय के लोकाचार को प्रेरित किया। उन्होंने प्रतिभागियों को नागरिक केंद्रित न्याय प्रदायगी तंत्र को इष्टतम बनाने के लिए नागरिक टेली-लॉ मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
कानून और न्याय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने रेखांकित किया कि नागरिकों का टेली-लॉ मोबाइल ऐप अपनी तरह का पहला ऐप होगा, जिसमें न्याय के समक्ष, समान अवसर उपलब्ध कराने के हमारे संवैधानिक जनादेश के हिस्से के रूप में, प्रत्येक नागरिक अब एक उंगली के स्पर्श से वकील तक पहुंचने का हकदार होगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मोबाइल ऐप की विशेषताएं सभी अनुसूचित भाषाओं में ई-ट्यूटोरियल के रूप में उपलब्ध होंगी और उन्होंने अग्रिम पंक्ति के पदाधिकारियों से इसकी अधिकतम पहुंच सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।
न्याय विभाग के सचिव श्री बरुण मित्रा ने अपने संबोधन में टेली-लॉ के विकास के मार्ग के बारे में विस्तार से बताया और अग्रिम पंक्ति के सभी पदाधिकारियों की क्षमता निर्माण, केंद्र और राज्यों की विभिन्न योजनाओं पर अधिवक्ताओं के गुणवत्ता प्रशिक्षण, निगरानी तंत्र को सुदृढ़ बनाने और ठोस परिणाम प्रदान करने के लिए एक मजबूत निष्पादन फीडबैक प्रणाली की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया।
सीएससीई-गॉव के एमडी श्री दिनेश त्यागी ने पूरे देश में अपने 4 लाख से अधिक सीएससी केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से टेली-लॉ सेवा को आगे बढ़ाने में अथक सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता साझा की।
टेली-लॉ : रीचिंग द अनरीच्ड ई-इंटरफेस प्लेटफॉर्म को 2017 में न्याय विभाग द्वारा देश में पूर्व-मुकदमा तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए लॉन्च किया गया था। यह 633 जिलों में 50,000 ग्राम पंचायतों में 51,434 सामान्य सेवा केंद्रों में प्रचालनगत है। टेली-लॉ लाभार्थी को पैनल अधिवक्ता से जोड़ने के लिए प्रौद्योगिकी (अर्थात टेली-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं) का लाभ उठाता है ताकि उनकी शिकायत के शीघ्र निवारण के लिए कानूनी सलाह और परामर्श प्राप्त किया जा सके।
नागरिकों के टेली-लॉ मोबाइल ऐप का उद्देश्य अपनी पहुंच और दायरे को बढ़ाने के माध्यम से संवर्धित कानूनी सूचना तक पहुंच को विस्तारित करना है और यह आम लोगों को उनकी समस्या की पहचान करने में सक्षम बनाता है। यह लाभार्थियों को सीधे पैनल वकील या ऐसे लाभार्थियों के मामले में, जो पढ़ने या लिखने में असमर्थ हैं, पैरा लीगल वालंटियर्स, ग्राम स्तर के उद्यमियों की सहायता से अपनी हकदारियों और अधिकारों का दावा करने के लिए उन्हें विवाद निवारण के उचित प्लेटफॉर्म से जोड़ता है। यह परामर्श कानूनी सेवा प्राधिकरण की धारा 12 के तहत निशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त करने के हकदार लोगों के लिए निशुल्क उपलब्ध है, जबकि अन्य व्यक्ति 30 रुपये प्रति परामर्श यह लाभ उठा सकते हैं।
इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले पैरा लीगल वालंटियर्स, ग्राम स्तर के उद्यमियों, पैनल वकीलों और राज्य समन्वयकों सहित अग्रिम पंक्ति के 124 पदाधिकारियों का भी सम्मान किया गया। टेली-लॉ का लाभ देश के दूर-दराज और भीतरी क्षेत्रों तक पहुंचाने में सहायक अग्रिम पंक्ति के ये कार्यकर्ता टेली-लॉ कार्यक्रम के “वाहक” हैं। पिछले छह महीने (अप्रैल-सितंबर 2021) में छह जोन (उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर जोन) के इन स्वयंसेवकों के प्रयासों का विभिन्न मापदंडों पर मूल्यांकन किया गया था, जिसमें टेली-लॉ के तहत पंजीकृत लाभार्थियों की संख्या, कानूनी सलाह और परामर्श की आवश्यकता पर जनता को शिक्षित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले नवोन्मेषी टूल्स; उन लाभार्थियों की संख्या जिन्हें सलाह प्रदान की गई है; संचालित किए गए संघटन तथा सामुदायिक जागरूकता सत्रों की संख्या और सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं के साथ नेटवर्किंग और अंतर-विभागीय संयोजन के प्रयास शामिल हैं। माननीय मंत्रियों द्वारा प्रत्येक श्रेणी के स्टार कलाकारों को पुरस्कार प्रदान किए गए। अग्रिम पंक्ति के इन सभी पदाधिकारियों को प्रेरित करने के लिए, न्याय विभाग मासिक आधार पर उनके प्रयास को सम्मानित करता है।
इस अवसर पर टेली-लॉ सेवा के तहत व्यापक प्रसार और नागरिकों की भागीदारी को अधिकतम करने के लिए विभिन्न सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) प्रिंट और डिजिटल दोनों सामग्री जारी की गई। इस अवसर पर “फुट प्रिंट्स ऑफ टेली-लॉ” शीर्षक वाली फिल्म रिलीज़ की गई, जिसमें 2017 से टेली-लॉ के जीवंत विकास और इसकी यात्रा पर प्रकाश डाला गया। एक अन्य टेली-लॉ फिल्म में ब्लैक एंड व्हाइट स्टोरीबोर्ड पर टेली-लॉ की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख किया गया, जिसे दूरदर्शन द्वारा न्याय विभाग के लिए तैयार किया गया और इस अवसर पर इसे रिलीज किया गया। इस अवसर पर टेली-लॉ पुस्तिका का विमोचन भी किया गया, जिसमें 2017 से अंतिम चार वर्षों में टेली-लॉ कार्यक्रम का संदर्भ उपलब्ध कराया गया था। “फीमेल पैनल लॉयर होल्डिंग अ मोबाइल फोन” द्वारा चित्रित टेली-लॉ मैस्कॉट का अनावरण भी दोनों मंत्रियों द्वारा किया गया, क्योंकि सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्र निर्माण के लिए उनकी प्रतिभा का उपयोग करने का प्रयास करती है। मैस्कॉट ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि लाभार्थियों की बड़ी संख्या और संरक्षकों यानी पैनल वकीलों, पैरा लीगल स्वयंसेवकों और ग्राम स्तर के उद्यमियों की उल्लेखनीय संख्या महिलाओं की है। इस दौरान टेली-लॉ पर एक नया लोगो भी जारी किया गया। यह लोगो न्याय विभाग का एक इन-हाउस प्रोडक्शन है, हालांकि इस संबंध में 1 सितंबर, 2021 से 30 सितंबर, 2021 तक आयोजित एक प्रतियोगिता के माध्यम से अग्रिम पंक्ति के पदाधिकारियों से विचार आमंत्रित किए गए थे। नारा लेखन और जिंगल प्रतियोगिता के विजेताओं का भी अभिनंदन किया गया।
इससे पूर्व सप्ताह के दौरान, न्याय विभाग ने पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों में कई नागरिक केंद्रित अभियान चलाए। “लॉगिन वीक” के साथ “टेली-लॉ ऑन व्हील्स” अभियान को 8 नवंबर, 2021 को न्याय विभाग के परिसर से झंडी दिखाकर रवाना किया गया था, जिसमें टेली-लॉ: रीचिंग द अनरीच्ड प्रोग्राम के तहत उनकी शिकायतों का समय पर निवारण करने के लिए लोगों को मुकदमे से पहले के चरण में कानूनी सलाह और परामर्श लेने के लिए सशक्त बनाने का संकल्प लिया गया था। टेली-लॉ पोस्टर प्रदर्शित करने वाले, टेली-लॉ रेडियो जिंगल का प्रसारण और टेली-लॉ पर सूचना पत्रक वितरित करते हुए विशेष ब्रांडेड मोबाइल वैन ने 15 राज्यों और 27 जिलों में यात्रा की। इसके बाद 633 जिलों में “लॉगिन डे” गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें सामुदायिक स्तर पर जागरूकता पैदा करना अभी भी जारी है, लोगों को टेली और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाओं के माध्यम से कानूनी सलाह और परामर्श लेने के लिए उन्हें संवेदनशील बनाते हुए अपने निकटतम सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) जो टेली-लॉ सेवाएं प्रदान करते हैं पर जाने का आग्रह किया जा रहा है। इन सीएससी की कानूनी सलाह सहायक केंद्रों के रूप में ब्रांडिंग की गई है।
इससे पहले 12 मार्च, 2021 को आज़ादी का अमृत महोत्सव समारोह के एक हिस्से के रूप में, न्याय विभाग ने टेली-लॉ के लाभार्थियों की आवाज़ पर ई-बुकलेट का दूसरा संस्करण जारी किया है जिसमें विभिन्न शीर्षों अर्थात परिवार के मामले, अन्याय से लड़ना, जानकारी के साथ सशक्तिकरण, प्रक्रियात्मक बाधाओं को दूर करना, संकटग्रस्त कोविड के लिए राहत और संपत्ति विवादों का समाधान के तहत लाभार्थियों द्वारा प्राप्त वास्तविक समय के लाभों का विवरण दिया गया है। इसके अतिरिक्त 6 जुलाई, 2021 को न्याय विभाग ने अपना पहला हाइब्रिड टेली-लॉ कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें डाक विभाग के सहयोग से लाभार्थियों के 9 लाख से अधिक की संख्या की उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए एक विशेष डाक कवर जारी किया गया था। लाभार्थियों की आवाज का एक विशेष संस्करण और लाभार्थियों की आवाज का तीसरा संस्करण भी जारी किया गया और वित्तीय वर्ष 2020-2021 के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को टेली-लॉ के तहत उनके अथक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
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