हम जो देखना चाहते हैं, उसे बनाने की स्वतंत्रता होना बहुत खूबसूरत है: इफ्फी-52 में ‘राफाएला’ फिल्म की अभिनेत्री जूडिथ रोड्रिगेज

अभिनेत्री जूडिथ रोड्रिगेज ने कहा है कि दर्शकों के साथ कल हमारी फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर देखना एक प्रेरणादायक अनुभव था, जो हमेशा के लिए हमारे दिलों में अंकित रहेगा। हम पहली बार दर्शकों के साथ फिल्म देख रहे थे और यह बहुत ही आश्चर्यजनक था कि उन्हें फिल्म पसंद आई। ‘राफाएला’ फिल्म की अभिनेत्री जूडिथ रोड्रिगेज बेहद रोमांचित थीं, क्योंकि उन्होंने अपनी फिल्म के बारे में अपने अनुभव को साझा किया, जिसका प्रीमियर भारत के 52वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में किया गया था। वह आज गोवा में सह अभिनेत्री हनी एस्ट्रेला और प्रोडक्शन कंपनी के एक प्रतिनिधि एडवर्ड डियाज़ के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।

 

93 मिनट की स्पेनिश भाषा की फिल्म राफाएला को कल इफ्फी में विश्व पैनोरमा श्रेणी में प्रदर्शित किया गया था। जूडिथ रोड्रिगेज ने कहा कि यहां फिल्में देखकर और उद्घाटन समारोह में भाग लेने से ऐसा लगा कि जैसे हम भारतीय संस्कृति का अनुभव कर रहे हैं और यह बहुत जादुई तथा प्रेरक था। इफ्फी में अपनी फिल्म के स्वागत और फिल्म महोत्सव की व्यवस्था पर उन्होंने कहा, यह अनुभव इस बात का प्रमाण है कि भारत सरकार इस देश में फिल्म संस्कृति को समृद्ध करने में गहरी दिलचस्पी ले रही है।

सुश्री जूडिथ ने बताया कि कैसे 10 साल पहले राफाएला का विचार उनके मन में उभरा और कैसे एक लघु फिल्म, आखिरकार एक पूर्ण लंबाई वाली फीचर फिल्म के रूप में विकसित हुई। उन्होंने कहा कि राफाएला की यात्रा मेरे साथ शुरू हुई और आगे बढ़ती ही गई।

जूडिथ रोड्रिगेज ने उस संदेश के बारे में बताया जो वह अपने दर्शकों को देना चाहती थी। उन्होंने कहा कि, “उनकी फिल्म सिर्फ एक लड़की की कहानी है जो स्वयं और अपने परिवार के लिए एक बेहतर जगह खोजने की कोशिश कर रही है। मुझे लगता है कि महिलाओं में वास्तविकता को देखने और अनुभव करने की अपनी अनूठी संवेदनशीलता तथा भावुकता के साथ अपनी कहानियों को अपने तरीके से बताने की शक्ति है। हमें अधिक से अधिक महिलाओं को बाहर निकालने और अपने दृष्टिकोण से कहानियां सुनाने की जरूरत है।

यह भी पढ़ें :   शिविरों के माध्यम से अधिक से अधिक ग्रामीणों को राहत प्रदान करे – अल्पसंख्यक मामलात मंत्री

जूडिथ रोड्रिगेज ने महिला फिल्म निर्माताओं और तकनीशियनों को आगे आने तथा सिनेमा के इस मजबूत और प्रभावी मंच का उपयोग करके अपनी कहानियों को दुनिया को बताने के लिए प्रोत्साहित किया। सुश्री जूडिथ ने फिल्मों और फिल्म निर्माण की शक्ति तथा कला के माध्यम से दुनिया को बेहतर तरीके से बदलने की अपार संभावना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, यह बहुत खूबसूरत है कि हम दुनिया में चीजों को कैसे देखना चाहते हैं, यह बनाने की यहां पर स्वतंत्रता है।

सुश्री जूडिथ ने यह भी कहा कि बदलती दुनिया में महिलाओं को पेशेवर रूप से अलग-अलग भूमिकाएं निभाते हुए देखना बहुत ही प्रेरणादायक है – चाहे वह कैमरा पर्सन हो या पत्रकार हो। उन्होंने कहा कि आप लोग हमें प्रेरित करते हैं और बदले में हम आपको अपनी फिल्मों से प्रेरित करते हैं।

सुश्री जूडिथ ने स्लमडॉग मिलियनेयर को पहली बार देखने का अपना अनुभव भी साझा किया और बताया कि कैसे वह आसानी से पात्रों से जुड़ सकती हैं। वह इस बारे में बात कर रही थी कि कैसे हर फिल्म न केवल एक व्यक्ति या चरित्र की बल्कि इसे देखने वाले हर किसी के जीवन से जुड़ी कहानियों के बारे में बोलती है। उन्होंने कहा कि यह एक साझा अनुभव है।

राफाएला का फिल्मांकन करते समय, वह समाज के हाशिये पर रहने वाले लोगों की दुर्दशा को करीब से देख सकती थी: लोग फिर से बेचने के लिए कूड़ेदानों से कचरा उठाते हैं और इस तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उन्होंने कहा कि यह दृश्य मेरे जीवन में एक आंख खोलने वाला था और इसने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया और यहां तक कि एक व्यक्ति के रूप में मुझे बदल दिया।

यह भी पढ़ें :   भारतीय वैज्ञानिकों ने कैंसर पैदा करने वाला एपस्टीन-बार वायरस की खोज की

सुश्री जूडिथ ने उन बच्चों के बारे में भी चिंता व्यक्त की, जिन्हें अपने जीवन में बहुत कम उम्र में इस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और यह बड़े होने पर एक इंसान के रूप में उन्हें कैसे प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि लोग बुरे नहीं हैं, बल्कि वे अपनी परिस्थितियों का परिणाम हैं।

अभिनेत्री हनी एस्ट्रेला ने पहली बार भारत आने पर कहा, वे यह देखकर चकित हैं कि आप सिनेमा और अपने उद्योग में कितने अधिक उन्नत हैं। इफ्फी में उन्नत तकनीक के साथ बड़ी स्क्रीन पर अपनी फिल्मों को देखकर हमें बहुत खुशी हुई और अनुभव अविश्वसनीय था। भारतीय संस्कृति अत्यधिक प्रेरक है और यह हमें अपने देशों में इसी तरह की चीजें करने के लिए प्रेरित करती हैं।

 

डोमिनिकन गणराज्य में फिल्म उद्योग के बारे में चर्चा करते हुए एडवर्ड डियाज़ ने कहा कि डोमिनिक गणराज्य में सिनेमा अभी भी प्रारंभिक चरण में है और हमें अपने वित्त के लिए सरकारी धन पर निर्भर रहना पड़ता है।

फिल्म के बारे में

राफाएला डोमिनिकन गणराज्य की एक फिल्म है – यह कैरेबियन मलिन बस्तियों की एक युवा लड़की की कहानी पर आधारित है। जहां पर परिस्थितियां उसे एक गिरोह का नेता बनाती हैं, जो उस ठग से बदला लेना चाहता है, जिसने उसकी सारी लूट चुरा ली और उसे गर्भवती कर छोड़ दिया है।

फिल्म के सहयोगी कलाकार

निर्देशक: टीटो रोड्रिगेज

पटकथा: क्रिस्टियन मोजिका

फोटोग्राफी के निदेशक: बेजिक मोटा

संपादक: रेमन अल्फोंसो पेना

कास्ट: जूडिथ रोड्रिगेज पेरेज़, हनी एस्ट्रेला, गेरार्डो मर्सिडीज

📡LIVE NOW📡Press Conference on World Panorama film ‘Rafaela’ (Spanish)#IFFI52 Watch on PIB’s🔽YouTube: https://t.co/4ESdyy3Ak9Facebook: https://t.co/ykJcYlvi5b https://t.co/2vL4VvlVXR

******

 

एमजी/एएम/एनके