इस बैठक में बड़े व्यापार घाटे, बाजार पहुंच के मुद्दों और भारतीय निर्यातकों के समक्ष आने वाली गैर-टैरिफ बाधाओं को दूर करने पर विशेष रूप से विचार विमर्श किया जाएगा। चर्चा में निवेश संबंधी मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा। इस बैठक से दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिए न्यायसंगत और संतुलित तरीके से भारत-कोरिया व्यापार संबंधों को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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एमजी/एम/एसएस