उत्‍तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग के समुदाय आधारित संगठनों (सीबीओ) द्वारा आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को मजबूत किया जा रहा है

ग्रामीण क्षेत्रों में, बिखरा हुआ बाजार, अनियमित मांग और परिवहन बाधाओं जैसी चुनौतियां अक्सर किसानों और उद्यमियों को उनके उत्पादों का सही मूल्य प्राप्त करने में बाधा बनती हैं। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए, उत्तर पूर्वी क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसाइटी (एनईआरसीआरएमएस) और चांगलांग सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसाइटी (सीसीआरएमएस) ने समुदाय आधारित संगठन (सीबीओ) का गठन किया है। वर्तमान में, ये सीबीओ जिला स्तर पर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें :   पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ओपन एकरेज लाइसेंसिंग कार्यक्रम निविदा चरण-VI लॉन्च किया

बिचौलियों की एक चेन की जगह, सीबीओ सीधे व्यक्तिगत किसानों से कच्चे मसाले जैसे अदरक, हल्दी का स्रोत बनाते हैं। इससे किसानों को प्रतिस्पर्धी बाजार कीमतों पर अपनी उपज बेचने के लिए एक तैयार मंच मिलता है। चूंकि कच्चे माल को सीधे क्षेत्र से प्रसंस्करण इकाई में लाया जाता है, उनकी गुणवत्ता और ताजगी भी बरकरार रहती है, जिससे अंतिम उत्पादों को बाजार में अन्य प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलती है।

पोस्ट प्रोडक्शन और लेबलिंग, सीसीआरएमएस चांगलांग को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के सहयोग से स्थानीय विक्रेताओं के नेटवर्क के माध्यम से और नाबार्ड के ग्रामीण मार्ट और हाट के माध्यम से उत्पादों का विपणन करता है। वोकल फॉर लोकल के अभियान को जोड़ते हुए, यह पहल स्थानीय उत्पादों के प्रचार को बढ़ावा दे रही है और जिला स्तर पर बिजनेस इको-सिस्टम को मजबूत कर रही है।

यह भी पढ़ें :   बाढ़ से क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए 4 करोड़ 72 लाख 50 हजार रूपये स्वीकृत

समुदाय आधारित संगठनों (सीबीओ) द्वारा मसाला प्रसंस्करण इकाई, नियोतन गांव, नम्फाई सर्कल, मियाओ – खगम ब्लॉक में अदरक का संग्रह

***

एमजी/एएम/पीके/एसएस