केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज उधमपुर-कठुआ-डोडा लोकसभा क्षेत्र के जिलों के उपायुक्तों, डीडीसी अध्यक्षों और एसएसपी के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक में महामारी और अन्य संबंधित मुद्दों का जायजा लिया। डॉ. सिंह इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं।
बैठक में छह जिलों के उपायुक्तों और एसएसपी के अलावा उधमपुर के डीडीसी अध्यक्ष लाल चंद, रियासी के डीडीसी अध्यक्ष सराफ सिंह नाग, डोडा के डीडीसी अध्यक्ष धनतेर सिंह कोतवाल, कठुआ के डीडीसी अध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) महान सिंह, रामबन के डीडीसी अध्यक्ष शमशाद शान और किश्तवाड़ की डीडीसी चेयरपर्सन पूजा ठाकुर ने हिस्सा लिया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने रियल टाइम अर्थात प्रक्रिया के वास्तविक समय पर अपडेट के लिए जिलों में डैशबोर्ड की उपलब्धता और कामकाज के बारे में जानकारी ली तथा संक्रमण के मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए नए निर्देश भी जारी किए। समीक्षा बैठक में कठुआ, उधमपुर, डोडा, रियासी, किश्तवाड़ और रामबन के जिला कलेक्टर, एसएसपी, डीडीसी अध्यक्ष समेत अन्य जिला अधिकारी शामिल हुए।
डॉ. जितेन्द्र सिंह को बताया गया कि तीसरी लहर के दौरान जो संक्रमण के मामले आए हैं उनमें ज्यादातर में फ्लू जैसे लक्षणों के साथ बीमारी के लक्षण या हल्के लक्षण देखने को मिले हैं और इसका असर 4 से 5 दिनों तक रहता है और फिर ठीक हो जाता है। हालांकि, मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि ढिलाई किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए और कोविड से संबंधित सभी मानदंडों तथा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में किश्तवाड़ जैसे कुछ दूर-दराज के इलाकों को छोड़कर बाकी जगहों पर टीकाकरण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए डीसी के प्रयासों की सराहना भी की।
डॉ. जितेंद्र सिंह को आज उनके निर्वाचन क्षेत्र में ’संसद खेल स्पर्धा कार्यक्रम या संसदीय खेल प्रतियोगिता कार्यक्रम के संबंध में ताजा जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का मकसद गांव, पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर खेल व खेल प्रतिभा को बढ़ावा देना तथा युवाओं में छिपी प्रतिभाओं की पहचान करना है। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि तीरंदाजी, कुश्ती, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, एथलेटिक्स, साइकिलिंग और तैराकी जैसी खेल गतिविधियों के साथ-साथ हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल और क्रिकेट जैसे खेलों में छिपी प्रतिभाओं को उभारने के लिए आने वाले दिनों में पंचायत, ब्लॉक और निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 साल से कम उम्र के लड़कों और लड़कियों के लिए इनडोर और आउटडोर प्रतियोगिताओं का आयोजन करने तथा युवाओं में खेल प्रतिभा की पहचान करने के लिए सभी डीसी, एसएसपी, डीडीसी अध्यक्षों और जिला खेल अधिकारियों को शामिल करते हुए संचालन समिति का गठन करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत श्रेणी में उभरते सितारों को राष्ट्रीय खेल कोचिंग संस्थानों और अकादमियों में सर्वोत्तम प्रशिक्षण सुविधाएं प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। उन्होंने उपायुक्तों को प्रत्येक जिला के लिए खेल राजदूत भी नामित करने को कहा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में खेलों के संवर्धन व प्रोत्साहन के लिए देश में कई प्रमुख योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद फिटनेस के प्रतीक हैं और ऐसे व्यक्ति हैं जो इसका उदाहरण पेश करते हैं तथा देशवासियों को सेहतमंद जीवन शैली अपनाने का सुझाव देते हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने उपायुक्तों को कॉरपोरेट क्षेत्र, प्रभावित करने वाले स्थानीय चेहरों और सिविल सोसायटी की मदद से ब्रांड बनाने तथा इसे बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिला के लिए एक विशिष्ट खेल आयोजन करने को कहा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि डोडा में शीतकालीन खेलों और तीरंदाजी को लोकप्रिय बनाया जा सकता है, जबकि कुश्ती और साइकिलिंग रियासी में लोकप्रिय खेल संबंधी गतिविधियां हैं।
उन्होंने आने वाले दिनों में डोडा जिले को शीतकालीन खेलों के केंद्र के रूप में बढ़ावा देने की इच्छा भी जताई, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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