केंद्रीय वित्त मंत्री ने पेश किया इकोनॉमिक सर्वे, 2021-22 के लिए 11 फीसदी आर्थिक ग्रोथ का अनुमान

केंद्रीय वित्त मंत्री ने पेश किया इकोनॉमिक सर्वे, 2021-22 के लिए 11 फीसदी आर्थिक ग्रोथ का अनुमान

आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण रख दिया है. इस बार के आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2022 के लिए आर्थिक ग्रोथ का अनुमान 11 फीसदी पर रखा गया है. वित्त वर्ष 2021 में आर्थिक ग्रोथ रेट में 7.8 फीसदी के सिकुड़ने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2022 के लिए नॉमिनल जीडीपी का अनुमान 15.4 फीसदी पर रखा गया है. अर्थव्यवस्था में वी शेप्ड रिकवरी का अनुमान है. इस बार का आर्थिक सर्वेक्षण कई मायने में खास है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा था. सर्वे में अर्थव्यवस्था से जुड़ी कई ऐसी जानकारियां व आंकड़े हैं, जिनपर कई लोगों की निगाहे होंगी.

यह भी पढ़ें :   इंडियास्किल्स 2021 राष्ट्रीय प्रतियोगिता के 270 विजेताओं को 61 स्वर्ण, 77 रजत, 53 कांस्य और 79 उत्कृष्टता पदकों से सम्मानित किया गया

आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान इसलिए भी मायने रखता है, क्योंकि इससे जानकारी मिलती है कि सरकार को किस रफ्तार से अर्थव्यवस्था के दुरुस्त होने की उम्मीद है. सर्वेक्षण में भारतीय अर्थव्यवस्था का रोडमैप भी है. साथ ही, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने के लिए कई बातों पर विशेष ध्यान दिया गया है.

यह भी पढ़ें :   गांधी परिवार के विश्वस्त राजनेताओं की जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात। वहीं दिल्ली में सचिन पायलट का डेरा।

आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था पर एक तरह का आधिकारिक रिपोर्ट होता है. आमतौर पर इसे आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है. इस साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार यानी आज संसद में इसे पेश करेंगी, जोकि आम बजट पेश होने से तीन दिन पहले ही होगा. आर्थिक सर्वेक्षण तैयार करने की जिम्मेदारी भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम की होती है. वर्तमान में मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम हैं.