बैंकों के निजीकरण के खिलाफ 15 मार्च से हड़ताल करेंगे कर्मचारी-अधिकारी

बैंकों के निजीकरण के खिलाफ 15 मार्च से हड़ताल करेंगे कर्मचारी-अधिकारी

बैंकों से जुड़े 9 संगठनों की मुख्‍य संस्‍था यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 15 मार्च 2021 से देशभर के सभी बैंकों की हड़ताल का आह्वान किया है. दरअसल, बैंकों के संगठन सरकारी बैंकों के निजीकरण के खिलाफ हैं. दरअसल, केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 पेश करते हुए 2 सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी. उन्‍होंने कहा था कि दोनों बैंकों का निजीकरण केंद्र सरकार की विनिवेश योजना के तहत किया जाएगा.

केंद्र सरकार 2019 में आईडीबीआई बैंक के मैजॉरिटी स्‍टेक एलआईसी को बेचकर उसका निजीकरण कर चुकी है. इसके अलावा पिछले 4 साल में 14 सरकारी बैंकों का विलय भी किया जा चुका है. यूएफबीयू ने आज हुई बैठक के दौरान फैसला किया कि बैंकों के सभी संगठन 15 मार्च से 2 दिन की हड़ताल कर निजीकरण के निर्णय का विरोध करेंगे. ऑल इंडिया बैंक एम्‍प्‍लॉयज एसोसिएशन के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने बताया कि बैठक के दौरान एलआईसी व एक जनरल इंश्‍योरेंस कंपनी के निजीकरण, इंश्‍योरेंस सेक्‍टर में 74 फीसदी एफडीआई को मंजूरी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा के बाद ये फैसला किया गया है.

यह भी पढ़ें :   संयुक्त राज्य अमेरिका अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का 101वां सदस्य देश बना

यूएफबीयू की बैठक में चर्चा के दौरान पाया गया कि केंद्र सरकार की ओर से निजीकरण को लेकर लिए गए फैसलों का कर्मचारियों पर बुरा असर पड़ेगा. लिहाजा, इनका विरोध किया जाना जरूरी है. इसके बाद 15 और 16 मार्च को बैंकों की हड़ताल का आह्वान किया गया. बता दें कि यूएफबीयू में ऑल इंडिया बैंक एम्‍प्‍लॉयज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन, नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक एम्‍प्‍लॉयज, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स ऐसासिएशन और बैंक एम्‍प्‍लॉयज कंफेडरेशन ऑफ इंडिया शामिल हैं. इसके अलावा मुख्‍य संगठन में आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी, एनओबीडब्‍ल्‍यू और एनओबीओ भी हैं.