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Indian Railways: इटावा-कोटा और भागलपुर-गांधीधाम का एसी फेल, यात्रियों ने किया हंगामा

Indian Railways: इटावा-कोटा और भागलपुर-गांधीधाम का एसी फेल, यात्रियों ने किया हंगामा

Rail News: इटावा-कोटा और भागलपुर-गांधीधाम ट्रेन का वातानुकूलित (एसी) सिस्टम सोमवार को अचानक फेल हो गया। एसी फेल होने से बंद कोच में तेज गर्मी से यात्रियों का बुरा हाल हो गया। इसके चलते यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। चेनपुलिंग कर ट्रेन भी नहीं चलने दी। बाद में रेलवे द्वारा किराया लौटने और एसी ठीक करने का आश्वासन देने के बाद जैसे-तैसे ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
यात्रियों ने बताया कि इटावा के लिए कोटा से ट्रेन सोमवार रात 12:10 बजे रवाना हुई थी। अंता स्टेशन के पास ट्रेन के एकमात्र एसी थर्ड एसी कोच की अल्टरनेट बेल्ट आदि जरूरी उपकरण गिर गए। उपकरण गिरने से कोच के कूलिंग सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया। कोच ठंडा नहीं होने से यात्री रात भर और मंगलवार दिन में भी तेज गर्मी से परेशान होते रहे। दोपहर करीब एक यह ट्रेन इटावा पहुंची। इटावा से यह ट्रेन शाम 5 बजे वापस कोटा के लिए रवाना हो गई। लेकिन वापसी में भी ट्रेन का एसी नहीं चलने से यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ऐसी ठीक नहीं होने पर यात्रियों ने ट्रेन नहीं चलने की धमकी दी। इसके बाद टीटीई ने कोटा मंडल अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। इसके बाद यात्रियों को रिफंड देने का निर्णय लिया गया। बुधवार सुबह 7 बजे ट्रेन कोटा पहुंचने पर यात्री रिफंड राशि ले सकेंगे। हालांकि यात्रियों को स्लीपर कोच का किराया देना होगा। एसी का किराया वापस कर दिया जाएगा।
4 घंटे में भी ठीक नहीं किया एसी
इटावा में यह ट्रेन करीब 4 घंटे खड़ी रही। लेकिन यहां पर किसी ने भी इस ट्रेन के एसी को ठीक करने करना जरूरी नहीं समझा और न ही यहां से दूसरा एसी कोच लगाया गया।
नहीं हुआ रखरखाव
अधिकारियों ने बताया कि इस ट्रेन का रखरखाव कोटा में ही होता है। एसी कोच में खराबी की बात भी सामने आ रही थी। लेकिन इसके बाद भी कोटा में इस कोच का ठीक से रखरखाव नहीं किया गया। अगर समय रहते कोटा में इस कोच की खराबी को दूर कर दिया जाता तो न यात्री परेशान होते और न रेलवे को रिफंड के रूप में चूना लगता।
कोच में भेजा खलासी
अधिकारियों ने बताया कि इतना ही नहीं इस कोच में ट्रेन लाइटिंग स्टाफ के एक खलासी को ड्यूटी पर भेजा गया।
जबकि नियम अनुसार किसी टेक्नीशियन को ड्यूटी पर भेजो जाना चाहिए था।
वही मामले में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष परमिशन से ही खलासियों को एसी कोच में ड्यूटी पर भेजा जा रहा है। कोटा में ऐसे पांच वरिष्ठ खलासी हैं जिन्हें अधिकारी मैकेनिक के तौर पर काम में ले रहे हैं।
भागलपुर-गांधीधाम का भी नहीं चला एसी
इसी तरह भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल ट्रेन (09452) के वातानुकूलित (एसी) सिस्टम ने भी मंगलवार को अचानक काम करना बंद कर दिया। इसके चलते तेज गर्मी से परेशान यात्रियों ने भी कोटा स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। चैन पुलिंग कर यात्रियों ने ट्रेन नहीं चलने दी। बाद में अधिकारियों ने किराया राशि लौटाने के लिए लिखकर देने पर ट्रेन कोटा से रवाना हुई। लेकिन कोटा से रवाना होते ही कुछ यात्रियों ने फिर से चैन पुलिंग कर दी। इसी तरह डकनिया तक चार-पांच बार चैन पुलिंग कर इस ट्रेन को रोका गया। यात्री एसी ठीक नहीं होने पर ट्रेन नहीं चलने की चेतावनी देने लगे। बाद में अगले स्टेशनों पर एसी ठीक करने का आश्वासन देने के बाद बड़ी मुश्किल से ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया जा सका।
इसके चलते यह ट्रेन करीब एक घंटा लेट हो गई। यह ट्रेन पहले ही दो घंटे देरी से शाम शाम 4.45 बजे कोटा पहुंची थी।
तीन दिन में तीसरी घटना
एसी फेल होने की कोटा मंडल में यह 3 दिन में तीसरी घटना है। इससे पहले रविवार को जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट का एसी फेल हो गया था। तब भी यात्रियों ने कोटा स्टेशन पर खूब हंगामा किया था। कई बार चैन पुलिंग कर ट्रेन नहीं चलने दी थी। नहीं चलने देने के लिए कुछ यात्री इंजन के आगे भी खड़े हो गए थे। इस ट्रेन में भी कई यात्रियों को रिफंड दिया गया था।