कोटा के पास गुड़ला में मालगाड़ी बैपटरी, आधा दर्जन ट्रेनें अटकीं
कोटा के पास गुड़ला में मालगाड़ी बैपटरी, आधा दर्जन ट्रेनें अटकीं

गुड़ला ट्रेन हादसाः घटना के कारणों का दूसरे दिन भी पता नहीं

गुड़ला ट्रेन हादसाः घटना के कारणों का दूसरे दिन भी पता नहीं

Rail News: कोटा। गुडला स्टेशन पर मालगाड़ी गिरने के कारणों का दूसरे दिन बुधवार को भी कोई पता नहीं चला है। अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं। दूसरे दिन भी घटनास्थल पर पहुंचकर अधिकारियों ने ट्रेन गिरने के कारणों का पता लगाने की कोशिश की। इसके लिएअधिकारियों ने रेल पटरी पर जरूरी नापतोल भी किए। साथ ही गिरे डिब्बों की भी जांच की।
सूत्रों ने बताया कि लेकिन इसके बाद भी अधिकारी फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। मालगाड़ी और इसके गिरे डिब्बे दूसरे दिन भी गुडला में ही खड़े रहे।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि कोटा के पास गुड़ला स्टेशन पर मंगलवार शाम को एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह घटना पटरी बदलने के दौरन पॉइंट पर हुई थी। बाद में कोटा से गई दुर्घटना राहत ट्रेन द्वारा गिरे हुए डिब्बे को हटाया गया था। इस घटना के चलते कोटा-सवाई माधोपुर रेलखंड घंटों तक ठप रहा था। इसके चलते आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें घंटों देरी से चली थीं।मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी कर रही है।
गौरतलब है की इस घटना के समय डीआरएम मनीष तिवारी दिल्ली में थे। तिवारी गुरुवार को कोटा पहुंचेंगे।
दूसरे दिन भी यह घटना कर्मचारियों और लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। इस घटना के चलते कोटा से लेकर पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय और रेलवे बोर्ड तक हड़कंप मच गया था। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कोटा में वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल चल रहा है। पूरी भारतीय रेलवे में जुलाई महीने में ही ट्रेन दुर्घटना के छोटे बड़े-करीब एक दर्जन मामले सामने आ चुके हैं। इनमें कई यात्री अपनी जान गवा चुके हैं और दर्जनों घायल हो चुके हैं। इसके अलावा रेलवे को करोड़ों रुपए की रेल संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। उसके चलते कोटा के मामले को काफी गंभीर माना जा रहा है।