6.44 लाख के 874 फर्जी ई-टिकट बरामद, तीन गिरफ्तार
कोटा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अपराध शाखा द्वारा मंगलवार को हिंडोन स्टेशन पर छापामार कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में आरपीएफ ने तीन ई-मित्र केंद्र से 6 लाख 44 हजार मूल्य के 874 फर्जी ई-टिकट बरामद किए हैं। मामले में आरपीएफ ने तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। बाद में तीनों को हिंडौन आरपीएफ चौकी के हवाले कर दिया गया। तीनों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
आरपीएफ ने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी की हिंडौन में अभय कंप्यूटर और स्टेशनरी मित्र केंद्र, पवन मित्र सेवा केंद्र तथा विनायक मित्र सेवा केंद्र संचालकों द्वारा निजी पहचान-पत्र का उपयोग कर फर्जी तरीके से यात्रियों के ई-टिकट बना रहे हैं। इसके लिए संचालक किराए के प्रत्येक यात्री से 200 से 300 रुपए तक अतिरिक्त वसूल रहे हैं।
सूचना पर हिंडोन पहुंची आरपीएफ ने बोगस ग्राहक बनाकर इन केंद्रों पर भेजा। तीनों केंद्रों ने निजी पहचान-पत्र से बोगस ग्राहकों के तत्काल टिकट बना दिए। टिकट बनाते ही आरपीएफ ने अभय कंप्यूटर के संचालक अनिल कुमार अग्रवाल (48), पवन केंद्र के संचालक पवन कुमार (23) तथा विनायक केंद्र के संचालक सोनू उर्फ श्याम सुंदर (32) को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में आरपीएफ को अनिल के कब्जे से 5 लाख 44 हजार मूल्य के 656 ई-टिकट, पवन कुमार के कब्जे से 44 हजार 335 के 113 तथा सोनू के कब्जे से 53 हजार 155 के 105 ई-टिकट बरामद किए। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से करीब 5 हजार रुपए मूल्य के 5 लाइव टिकट और 10 पहचान-पत्र भी भी बरामद किए हैं।
तीन कंप्यूटर जप्त
आरपीएफ ने बताया कि इसके अलावा दुकान से तीन कंप्यूटर, तीन प्रिंटर, 3 डोंगल तथा 1800 सौ रुपए नगद भी जप्त किए हैं।
आरपीएफ ने बताया कि कार्रवाई करने वालों में अपराध शाखा निरीक्षक राजीव खराब, उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमावत एवं भूपेंद्र सिंह, सहायक उपनिरीक्षक दिलसुख मीणा, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, अरविंद कुमार, रणवीर सिंह तथा कांस्टेबल अमीर अमर सिंह और शीशराम गुर्जर शामिल थे।