नहीं मिले समय बदलने के मैसेज, पहले दिन ही दर्जनों यात्रियों की छुटी ट्रेन, हुआ हंगामा
कोटा। रेलवे ने शुक्रवार से ट्रेनों की नई समय सारणी लागू कर दी। लेकिन समय रहते इसकी सूचना यात्रियों तक नहीं पहुंचाई गई। रेलवे के तमाम दावों के बावजूद यात्रियों को ट्रेनों का समय बदलने के मैसेज तक नहीं मिले। इसके चलते पहले दिन दर्जनों यात्रियों की ट्रेनें छूट गईं। ऐसे में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सबसे ज्यादा परेशानी भोपाल- जोधपुर ट्रेन के यात्रियों को आई। इसका समय बदले जाने से दर्जनों यात्रियों की ट्रेन छूट गई। यात्रियों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। बाद में इन यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा भी किया। ट्रेन छूटने से गुस्साए यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के समक्ष भी अपनी नाराजगी जताई। स्टेशन मास्टर दूसरी गाड़ियों से भेजे जाने की बात कहकर यात्रियों से समझाइश करते रहे।
यात्रियों ने बताया कि उन्हें ट्रेन के समय बदले जाने का किसी भी तरह का मैसेज नहीं मिला। स्टेशन पर भी कोई उद्घोषणा नहीं की जा रही थी। वह टिकट पर लिखे ट्रेन के समय के अनुसार ही स्टेशन पहुंचे थे। लेकिन ट्रेन पहले ही रवाना हो चुकी थी।
रेलवे ने नहीं ली सुध
यात्रियों ने बताया कि उनके पास ओढ़ने और बिछाने के लिए भी कुछ नहीं है। ऐसे में महिलाओं और बच्चों के साथ प्लेटफार्म पर रात काटना मुश्किल है।
रेलवे ने भी आधी रात तक इस मामले में उनकी कोई मदद नहीं की थी। रेलवे की गलती होते हुए यात्रियों को रिफंड की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। परेशान यात्री प्लेटफार्म पर इधर-उधर भटक रहे थे।
रेलवे नेकिए थे दावे
उल्लेखनीय है कि कोटा रेल मंडल अधिकारियों ने ट्रेनों के समय बदलने की सूचनाएं यात्री तक पहुंचाने के कई दावे किए थे। अधिकारियों ने कह। था कि इसके लिए सभी यात्रियों को एसएमएस के जरिए सूचना दी जा रही है। साथ ही स्टेशन पर लगातार उद्घोषणा की जा रही है। लेकिन वास्तविकता में सब कुछ नजर नहीं आया। यात्रियों ने बताया कि उनके पास कोरोना काल के समय के स्टेशन पर 90 मिनट पहले पहुंचने के एसएमएस आ रहे थे। ट्रेनों के समय बदलने का एक भी मैसेज उन्हें प्राप्त नहीं हुआ।
45 मिनट पहले हुई रवाना
जोधपुर-भोपाल ट्रेन के समय में भारी बदलाव किया गया है। पहले यह ट्रेन रात 11:25 बजे आकर 11:45 बजे रवाना होती थी। अब इस ट्रेन का समय 10:40 बजे आकर 11 बजे जाने का किया गया है। समय में बड़े बदलाव के कारण इस ट्रेन में सबसे ज्यादा यात्री छुटे।