कोटा में पहली बार विशेष मालगाड़ी का रैक तैयार, जीएम ने दिखाई हरी झंडी, 2 घंटे देरी से हुई रवाना
कोटा। . कोटा में पहली बार विशेष मालगाड़ी का रैक तैयार किया है। इसमें खास बात यह है कि 35 दिन तक या 7500 किलोमीटर तक चलने पर भी इस रैक के रखरखाव की जरूरत नहीं पड़ेगी। अभी तक प्रत्येक लोडिंग-अनलोडिंग के बाद रैक के को परीक्षण की जरूरत पड़ती है।
पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) सुधीर कुमार गुप्ता ने मुख्यालय जबलपुर से मंगलवार को ऑनलाइन हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। ट्रेन रवाना होने का निर्धारित समय दोपहर 1:35 बजे निर्धारित था। लेकिन इसे 2 घंटे देरी से करीब 3:35 बजे रवाना हुई। इस कार्यक्रम में कोटा और भोपाल रेल मंडल सहित अन्य अधिकारी भी ऑनलाइन शामिल हुए।
अधिकारियों ने बताया कि यह एक क्लोज सर्किट रैक (सीसी) है। अब सीसी रैक वाली मालगाड़ियों का कोटा यार्ड में ही परीक्षण होगा।
इस रैक की शुरुआत माल परिवहन बढ़ाने और वैगन टर्न अराउंड में कमी लाने के उद्देश्य से की गई है। इसके चलते रेलवे बोर्ड द्वारा कोटा फ्रेट यार्ड को न्यू कटनी जंक्शन से जुड़े सीसी रैक के परीक्षण के लिए नामित किया गया था। लेकिन अब कोटा यार्ड में ही सीसी रैक मालगाड़ियों का परीक्षण हो सकेगा। यहां पर गार्ड के डिब्बे सहित 59 वैगनों का परीक्षण हो सकेगा। यह सुविधा शुरू होने के बाद अब रैक को प्रत्येक ट्रीप में हर बार यार्ड में मेनुअल परीक्षण करने से निजात मिल गई