डीजल लोको शेड हुआ बंद, कर्मचारियों को भेजा कैरिज विभाग
कोटा। रेलवे ने कोटा यार्ड स्थित डीजल इंजन ट्रिप शेड को बंद कर दिया है। यहां कार्यरत 31 कर्मचारियों को कैरिज एंड वैगन (सी एंड डब्लू) विभाग में भेजा गया है।
कोटा मंडल का पूरा रेलखंड विद्युतीकरण होने के कारण पिछले करीब एक साल से डीजल शेड बंद करने की तैयारी की जा रही थी। आखिरकार पिछले महीने 25 अक्टूबर को शेड बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए। इसके बाद 2 नवंबर को विभिन्न कर्मचारी संगठनों के साथ हुई वार्ता के बाद कर्मचारियों को कैरिज एंड वैगन विभाग में समायोजित का निर्णय किया गया। अब संभवत सोमवार से डीजल शेड के कर्मचारी कैरिज एंड वैगन विभाग में काम करेंगे।
अभी भी चल रहे डीजल इंजन
हालांकि कोटा मंडल में डीजल इंजनों का संचालन अभी पूरी तरह बंद नहीं हुआ है। शंटिंग का काम अभी भी डीजल इंजनों से किया जा रहा है। इसके अलावा सवाई माधोपुर में भी जयपुर की ओर जाने वाली कई ट्रेनों में डीजल इंजन लगाया जा रहा है। ऐसे में इन डीजल इंजनों के रखरखाव में परेशानी आ सकती है। खराब डीजल इंजनों को अब सीधा उनके मूल शेडों में ही भेजा जाएगा।
कैरिज कर्मचारियों में रोष
डीजल शेड कर्मचारियों को समायोजित करने से कैरिज एंड वैगन विभाग के कार्मिकों में रोष है। इन कर्मचारियों का कहना है कि डीजल शेड कार्मिकों के कैरिज विभाग में आने से उनकी वरिष्ठता प्रभावित हो सकती है। इससे उनकी पदोन्नति पर असर पड़ सकता है। हालांकि अधिकारियों ने ऐसी किसी संभावना से इनकार किया है।