अब नियमित रूप से चलेंगी ट्रेने, किराया भी पहले जितना लगेगा
कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद रेलवे ने सभी ट्रेनों को पहले की तरह नियमित रूप से चलाने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड द्वारा शुक्रवार को इसके आदेश जारी किए गए हैं। अगले दो-तीन दिन में यह व्यवस्था लागू होने की उम्मीद है।
इस निर्णय के बाद अब सभी ट्रेनें पुराने नंबरों और पुराने किराए के साथ ही चलेंगी। लेकिन पहले से बुक टिकटों पर रेलवे द्वारा किराए के अंतर का रिफंड नहीं किया जाएगा। सामान्य टिकट भी रिफंड नहीं हो सकेंगे।
हालांकि कोरोना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने द्वितीय श्रेणी के सामान्य कोचों में भी आरक्षण की व्यवस्था लागू रखी है। साथ ही आरक्षित कोचों में भी कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही सफर की अनुमति होगी। कोरोना को देखते हुए यात्रियों को फिलहाल चादर और कंबल नहीं दिए जाएंगे। यात्रियों को ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा भी नहीं मिलेगी।
डेढ़ साल से बंद थी नियमित ट्रेन
उल्लेखनीय है कि कोरोना के चलते करीब डेढ़ साल से नियमित ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद था। इसके बाद रेलवे ने धीरे-धीरे स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया था। स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को दो से 3 गुना तक किराया भुगतना पड़ रहा था। इसके लिए यात्री रेलवे की लगातार आलोचना कर रहे थे। माना जा रहा है कि इसके चलते रेलवे ने ट्रेनों को फिर से कोरोना से पहले की तरह चलाने का निर्णय लिया है।
कोटा-यमुना ब्रिज और नागदा में एमएसटी लागू
रेलवे में शुक्रवार से कोटा-जमुना ब्रिज (05913-14) और नागदा ट्रेन (09802) में मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) लागू करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से डेली अप-डाउन करने वाले यात्रियों को विशेष फायदा होगा। इनके द्वारा इसकी मांग लगातार की जा रही थी।
कोटा-नागदा ट्रेन में कोटा से जाने वाले यात्रियों को ही यह सुविधा मिलेगी। नागदा से कोटा आने वाली यात्रियों को फिलहाल यह सुविधा नहीं मिलेगी। उल्लेखनीय किस ट्रेन में सामान्य टिकट भी कोटा से जाने वाले यात्रियों को ही दिए जा रहा है। वापसी में आने वाले यात्रियों को पहले की तरह आरक्षण कराना पड़ रहा है। यात्रियों द्वारा रेलवे के इस अजीबो गरीब नियम की लगातार आलोचना की जा रही है।
19 साल की हुई जनशताब्दी, काटा केक
कोटा निजामुद्दीन जनशताब्दी एक्सप्रेस 11 नवंबर को 19 साल की हो गई। इसके चलते रेलवे फैंस क्लब के लोगों ने स्टेशन पहुंचकर जनशताब्दी के समय केक काटा। ट्रेन चालको रेलवे स्टाफ के अलावा यात्रियों को भी यह केक खिलाया गया। जन्मदिन के मौके पर ट्रेन को फूल मालाओं से सजाया गया था।
इस अवसर पर क्लब के सदस्य अंकित, निशांत, विनीत और पीयूष आदि मौजूद थे।