मोतीपुरा में माल गाड़ियों को 8-8 घंटे रखा जा रहा है खड़ा, गार्ड-ड्राइवरों की ड्यूटी बिना ट्रेन चलाएं हो रही खत्म
कोटा। न्यूज़. कोटा मंडल के मोतीपुरा चौकी स्टेशन के पास स्थित थर्मल पावर प्लांट में कोयला खाली कर निकलने वाली माल गाड़ियों को अनावश्यक 8-8 घंटे खड़ा रहा जा रहा है। इससे ट्रेन रवाना होने से पहले ही गार्ड-ड्राइवरों की ड्यूटी समाप्त हो रही है। इस खामी के चलते रेलवे को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। सोमवार और रविवार को भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। सुबह 5:30 बजे से खड़ी एक मालगाड़ी को दोपहर 2 बजे तक भी रवाना नहीं किया जा सका। इससे ट्रेन रवाना होने से पहले ही गार्ड-ड्राइवरों की ड्यूटी समाप्त हो गई। इसके बाद दूसरे स्टाफ को ड्यूटी पर भेजा गया।
लौंग हॉल के चक्कर में हो रही गड़बड़ी
कर्मचारियों ने बताया कि यह सारी गड़बड़ी ट्रेनों को लौंग हॉल के रूप में चलाने के चक्कर में हो रही है। अधिकारी प्लांट से निकली दो माल गाड़ियों को आपस में जोड़कर चलाना चाहते हैं। लेकिन दूसरी मालगाड़ी समय पर उपलब्ध नहीं हो होने के कारण यह व्यवस्था फेल हो रही है। पहला रैक दूसरी मालगाड़ी के इंतजार में 8-8 घंटे तक व्यर्थ खड़ा रहता है।
कर्मचारियों ने बताया कि हालांकि कई जगह यह सिस्टम ठीक काम कर रहा है। लेकिन मोतीपुरा में इसकी व्यवस्था नहीं हो पा रही है। रेलवे ने मोतीपुरा में 10-12 दिन पहले ही यह सिस्टम शुरू किया है। तब से यह समस्या रोज सामने आ रही है। माल गाड़ियों को घंटों तक व्यर्थ खड़ा रहा जा रहा है।
कर्मचारियों ने मामले की शिकायत कोटा रेल मंडल अधिकारियों से भी की है। अधिकारियों द्वारा मामले को दिखवाने की बात कही जा रही है।
तीन-चार किलोमीटर पीछे चलाते है गाड़ी
कर्मचारियों ने बताया कि लौंग हॉल के लिए मोतिपुरा स्टेशन पर गाड़ी को नियम विरुद्ध तरीके से तीन-चार किलोमीटर पीछे चलाया जाता है। जबकि ट्रेन को आपातकालीन स्थिति में ही पीछे चलाने की अनुमति है। जबकि यहां पर यह नजारा रोज देखा जा सकता है।
कर्मचारियों ने बताया कि प्लांट मे आने वाली कोयले से भरी माल गाड़ियों को भी मोतीपुरा स्टेशन पर 2-2 घंटे तक भी खड़ा रहा जाता है।