कोटा। रेलवे में घटिया काम और फिजूलखर्ची को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कहना है रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष (सीआरबी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनीत कुमार त्रिपाठी का।
शनिवार को आयोजित एक ऑनलाइन बैठक में त्रिपाठी ने आदेश दिए कि रेलवे के सभी संसाधनों का उपयोग गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए किया जाए और सभी बुनियादी निर्देशों का पालन किया जाए। ताकि चौतरफा सुरक्षा और कमाई में सुधार हो सके।
त्रिपाठी ने कहा कि खर्च को कम करने के लिए किसी भी अवांछित व्यय की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही कार्य की गुणवत्ता उच्चतम होनी चाहिए। घटिया गुणवत्ता का काम करने वाले जिम्मेदार लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।
त्रिपाठी ने कहा कि गुणवत्ता, आउटपुट, पेशेवर और वित्तीय अखंडता सहित ईमानदारी, दक्षता और कड़ी मेहनत उच्चतम क्रम की होनी चाहिए।
लक्ष्य में बाधा बने नियम और प्रथा को तोड़ें अधिकारी
त्रिपाठी ने कहा कि कोई भी नियम या प्रथा जो हमारे लक्ष्य को अनावश्यक रूप से बाधित कर रही है, उसे भी उजागर किया जाना चाहिए। यदि आवश्यक हो तो रेलवे में सुधार के लिए बदल दिया जाना चाहिए। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी को एकाग्र होना चाहिए। हमारी हर क्रिया इसी भावना से होनी चाहिए।
त्रिपाठी ने कहा कि हमारा आदर्श वाक्य ईमानदारी, दक्षता, दिए गए संसाधनों में उच्चतम गुणवत्ता उत्पादन, पेशेवर और वित्तीय अखंडता, जिसके माध्यम से रेलवे को दुनिया में सबसे अच्छे संगठनों में से एक बनाना है, होना चाहिए।
त्रिपाठी ने कहा कि मुझे पता है कि हम सभी इसके लिए सक्षम हैं और निश्चित रूप से इसे हासिल करेंगे। यह नीचे के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी स्पष्ट शब्दों में सूचित किया जाना चाहिए। त्रिपाठी ने कहा कि आदेश की अनुपालन के लिए इसे सभी अधिकारियों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों के साथ व्यापक रूप से साझा किया जाना चाहिए।