हरियाणा में इंटरनेट बैन होने पर खापों ने गांव-गांव में लगवाए लाउडस्पीकर
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के बाद किसान आंदोलन और गंभीर हो चला है. दिल्ली से लेकर देश के कई राज्यों में इसको लेकर प्रतिक्रियाएं आईं. खासकर सोशल मीडिया यूजर्स किसान आंदोलन के पक्ष या विपक्ष में टिप्पणी करते दिखे. इसके मद्देनजर एक तरफ दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर्स पर जहां बिजली-पानी कनेक्शन बंद करने की खबरें आईं, वहीं हरियाणा में भी सरकार ने 17 जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी. शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सरकार ने इंटरनेट बैन लागू किया, लेकिन हरियाणा की खाप पंचायतों ने इसका तोड़ ढूंढ निकाला.
हरियाणा की विभिन्न खाप पंचायतों ने सरकार के इस फैसले के बाद इन सभी 17 जिलों के किसानों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने का फैसला किया. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जींद जिले की 17 खाप पंचायतों के प्रधानों ने कृषि कानूनों पर अपनी बात किसानों तक पहुंचाने के लिए लाउडस्पीकर लगवाए हैं. इसके जरिए किसान नेता जिले के 306 गांवों तक आसानी से अपनी बात पहुंचा सकते हैं. ये लाउडस्पीकर इन गांवों के मंदिरों पर लगाए गए हैं, ताकि किसानों तक खाप पंचायतों की बातें आसानी से पहुंच सकें. बता दें कि जींद-पटियाला हाईवे पर खटकर टोल प्लाजा के पास हुई खाप पंचायत में हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए, जिनमें महिलाओं की भी बड़ी तादाद देखी गई.
जींद जिले की ढाढण खाप के आजाद पलवा ने कहा कि किसान आंदोलन को बाधित करने के लिए सरकार ने कई तरह की बंदिशें लगाने की कोशिश की है. दिल्ली से लेकर हरियाणा तक इंटरनेट सेवाओं को रोका गया है, किसानों ने इसके जवाब में ही लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने का फैसला किया है. लाउडस्पीकर लगाए जाने के बाद हम सरकार के किसी भी कदम की जानकारी फौरन दूर-दूर के गांवों में रहने वाले किसानों तक पहुंचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवाओं को फिर से बहाल करने की लगातार मांग की जा रही है. अगर सरकार ने जल्द से जल्द सेवाएं शुरू नहीं कराईं तो किसान सड़क जाम कर धरना-प्रदर्शन करेंगे. इससे विद्यार्थियों की परीक्षाओं पर असर पड़ेगा.