आईसीएमआर ने 1 लाख 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों पर किया अध्ययन
नई दिल्ली, 16 जुलाई । कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लगाने से मौत का खतरा 95 प्रतिशत कम हो जाता है। कोरोना रोधी टीके की एक खुराक लगाने वालों में मौत की आशंका 82 प्रतिशत कम हो जाती है। तमिलनाडु में आईसीएमआर द्वारा कराए गए सर्वे में पाया गया कि जिन लोगों ने एक भी टीका नहीं लिया उनमें मौत की दर 1.19 प्रतिशत रही है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने शुक्रवार को बताया कि टीका लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में 1लाख 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों में सर्वे किया गया। इनमें 17,059 हजार पुलिस कर्मियों ने टीका नहीं लिया, जिनमें से 20 लोगों का मौत हो गई। 32,792 पुलिसकर्मियों ने टीके की एक डोज ली, जिनमें 7 लोगों की मौत हो गई। 67,673 लोगों ने दोनों डोज ली और इस श्रेणी में कोरोना से 4 मौतें दर्ज हुईं।
उन्होंने कहा कि आईसीएमआर के इस अध्ययन ने सिद्ध किया है कि टीके लगवाने से कोरोना से मौत का खतरा बेहद कम हो जाता है। इसलिए लोगों को टीका लगवाने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए।