PM मोदी का बयान- बंगाल को ममता के बजाय मिला निर्ममता, भारत माता की जय के नारे से नाराज होती हैं दीदी, जरूर होगा पोरिबोर्तोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं. इस दौरान हल्दिया की जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमखंड के टूटने से आई तबाही का भी जिक्र किया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. पीएम मोदी ने कहा, मैं उत्तराखंड त्रासदी पर लगातार अपडेट ले रहा हूं. उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी जमकर निशाना साधा.
पीएम मोदी ने कहा, आपने न्यूज़ में देखा होगा कि इन दिनों भारत को बदनाम करने के लिए कैसे कैसे अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र सामने आ रहे हैं. कैसी कैसी साज़िशें रची जा रही हैं. साजिश करने वालों की बेचैनी इतनी ज्यादा है कि भारत को बदनाम करने के लिए वो चाय से जुड़ी भारत की पहचान पर हमला करने की बात कह रहे हैं. टी वर्कर्स की कड़ी मेहनत पर हमला करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है.
आज जिन 4 प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है, उनसे पश्चिम बंगाल सहित पूर्वी भारत के अनेक राज्यों में इज ऑफ लिविंग और इज ऑफ डूइंग बिजनेस दोनों बेहतर होंगे. विशेष तौर पर इस पूरे क्षेत्र की गैस कनेक्टिविटी को सशक्त करने वाले बड़े प्रोजेक्ट्स आज राष्ट्र को समर्पित किये गए हैं. गैस आधारित अर्थव्यवस्था आज भारत की जरूरत है. वन नेशन-वन गैस ग्रिड इसी जरूरत को पूरा करने का एक महत्वपूर्ण अभियान है. बंगाल की धरती के गौरव के लिए भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का त्याग, उनकी तपस्या, उनके बलिदान ने समूचे बंगाल को ये ऐहसास करा दिया है कि इस बार ‘पोरिबोर्तोन’ होकर रहेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल फुटबाल से प्यार करने वाला राज्य है. फुटबाल की भाषा में कहना चाहता हूं, TMC ने एक बाद एक कई फाउल कर लिए हैं. मिसगवरनेन्स का फाउल. विरोधियों पर हमले और हिंसा का फाउल. बंगाल के लोगों का पैसा लूटने का फाउल. आस्था पर हो रहे हमलों का फाउल. बंगाल के मेरे किसान भाइयों को विश्वास देने आया हूं, इस चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बनाना आपने तय कर लिया है. बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में भारत सरकार की किसानों की जो योजना है उसको तेज गति से लागू करने का निर्णय किया जाएगा. इतना ही नहीं, मैं बंगाल के किसानों से वादा करता हूं कि देश के और किसानों को जो लाभ मिला है आपको जिस लाभ से वंचित रखा गया है, वो पुराने पैसे भी भारत सरकार बंगाल के किसानों को देगी.
कोरोना महामारी के समय में केंद्र सरकार ने तुरंत पश्चिम बंगाल के लाखों परिवारों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की. लेकिन केंद्र सरकार के भेजे राशन को भी यहां की सरकार सही तरीके से गरीबों तक पहुंचाने में असफल रही. हालात ये थी कि कोर्ट तक को इस पर सख्त टिप्पणी करनी पड़ी. आप कोरोना के दौरान आए संकट को भी याद करिए. पूरी दुनिया में ऐसा कोई नहीं था जो इससे प्रभावित नहीं हुआ हो, जिसकी रोजी-रोटी पर इसका असर न पड़ा हो. पीएम मोदी ने कहा कि मां, माटी मानुष की बात करने वालों में आज भारत माता के लिए आवाज बुलंद करने का साहस नहीं है. साहस इसलिए नहीं है क्योंकि, इतने सालों में इन लोगों ने राजनीति का अपराधिकरण किया है. करप्शन को संस्थागत रूप दिया है और प्रशासन और पुलिस का राजनीतिकरण किया है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘बंगाल में आप दीदी से अपने अधिकार की बात पूछ देंगे तो वो नाराज हो जाती हैं. यहां तक कि भारत माता की जय के नारे लगा दो, तो भी वो नाराज हो जाती हैं. लेकिन देश के खिलाफ बोलने वाले कितना भी जहर उगल दें, दीदी को गुस्सा नहीं आता. पीएम मोदी ने कहा कि ममता सरकार के पहले साल में ही ये साफ हो गया कि, बंगाल को जो मिला है वो परिवर्तन नहीं, लेफ्ट का पुनर्जीवन है. वो भी सूद समेत. लेफ्ट का पुनर्जीवन यानी. भ्रष्टाचार का पुनर्जीवन. अपराध और अपराधियों का पुनर्जीवन. हिंसा का पुनर्जीवन. लोकतन्त्र पर हमलों का पुनर्जीवन. इससे पश्चिम बंगाल में गरीबी का दायरा और बढ़ता गया.
पीएम मोदी ने कहा कि 2011 में पूरे देश की नजरें बंगाल पर थीं. लेफ्ट की हिंसा और भ्रष्टाचार का जर्जर किला ढहने की कगार पर था. उस समय ममता दीदी ने बंगाल से परिवर्तन का वादा किया. उनके इस वादे ने पूरे देश का ध्यान खींचा, लोगों ने भरोसा किया. बंगाल को आस थी ममता की लेकिन उसे निर्ममता मिली. पहले कांग्रेस ने शासन किया, तो भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा. फिर लेफ्ट का शासन लंबे समय तक रहा, उन्होंने भ्रष्टाचार, अत्याचार बढ़ाने के साथ ही विकास पर ही ब्रेक लगा दिया.