श्री सीमेंट की तरह इस बार आरके मार्बल समूह के सामाजिक कार्य नजर नहीं आ रहे। समूह के प्रमुख अशोक पाटनी पिछले एक वर्ष से किशनगढ़ वाले आवास पर ही हैं। पूजा पाठ में ध्यान ज्यादा।
==============
जब कोई मुसीबत का समय आता है तो अजमेर किशनगढ़ का आरके मार्बल समूह जरूरतमंद लोगों की मदद में आगे रहता है। यह मदद अजमेर में ही नहीं बल्कि प्रदेशभर में की जाती है। समूह के प्रमुख अशोक पाटनी धर्मप्रेमी होने के साथ दयालु प्रवृत्ति के भी माने जाते हैं। लेकिन इन दिनों जब कोरोना की दूसरी लहर में अजमेर सहित प्रदेशभर में हाहाकार मचा हुआ है, तब आरके मार्बल समूह की कोई सामाजिक सेवा नजर नहीं आ रही है।
प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए बांगड समूह के श्री सीमेंट संस्थान ने सरकार को प्रतिदिन 250 ऑक्सीजन सिलेंडर दे रहा है। श्री सीमेंट के रास (पाली) वाले प्लांट में ऑक्सीजन तैयार करवाई जा रही है। 250 सिलेंडर अभी सरकार के लिए बहुत उपयोगी है। श्री सीमेंट ने ऑक्सीजन में भी उपलब्ध करवाए हैं। श्री सीमेंट का प्रबंधन लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं। आर्थिक समृद्धि के लिहाज से आरके मार्बल समूह भी कमजोर नहीं है। मार्बल के साथ ग्रेनाइट पत्थर पर इस समूह का एकाधिकार है तथा अब वंडर सीमेंट ने भी देशभर में मजबूत स्थिति बना ली है। अजमेर जिले और प्रदेश को आरके मार्बल समूह से बहुत उम्मीदें हैं कि किशनगढ़ के सरकारी यज्ञनारायण अस्पताल के हालात भी बहुत बुरे हैं।
क्षेत्रीय विधायक सुरेश टाक अपने बूते पर मदद के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी निगाहें भी आरके मार्बल पर लगी हुई हैं। अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी भी किशनगढ़ के ही रहने वाले हैं। लोगों की समस्याओं के लिए रोजाना पत्र भी लिखते हैं, लेकिन किशनगढ़ के अस्पताल में वेंटीलेटर जैसी सुविधा भी उपलब्ध नहीं करवा पाते हैं। अजमेर और किशनगढ़ के लोगों का अनुभव है कि जो काम आरके मार्बल वाले हाथ में लेते हैं, वो सफल हो जाता है। अजमेर के लोगों को कोरोना काल में आरके मार्बल से मदद की दरकार है। जब अस्पतालों में ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं, तब समाज सेवा का प्रमुख केन्द्र आरके मार्बल चुप कैसे बैठ सकता है। समूह के प्रमुख अशोक पाटनी की पृष्ठभूमि ग्रामीण क्षेत्र की है और इस समय कोरोना का प्रभाव सबसे ज्यादा गांवों में ही है। हर गांव में रोजाना संक्रमित व्यक्तियों की मौत हो रही है। कोरोना संक्रमण के कारण ही समूह के प्रमुख अशोक पाटनी पिछले एक वर्ष से किशनगढ़ वाले आवास पर ही रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि धर्मपरायण पाटनी एक वर्ष से घर से बाहर ही नहीं निकले हैं। यदि आरके मार्बल समूह लोगों की मदद के लिए आता है तो अजमेर और किशनगढ़ के सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधर सकती है। किशनगढ़ के हजारों लोग अशोक पाटनी के स्वास्थ्य रहने की प्रार्थना ईश्वर से करते हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार अशोक पाटनी का ध्यान इन दिनों घर में ही पूजा पाठ करने में लगा हुआ है।