विलेज कमेटी मेरा गांव, मेरी जिम्मेदारी अभियान के माध्यम से लोगो को जागरूक करें
तीसरी लहर की तैयारी अभी से करें –टोंक जिला प्रभारी एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
वीसी के माध्यम से की कोरोना प्रबनधन की समीक्षा
टोंक जिला प्रभारी एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीसी के माध्यम से जिले में कोविड संक्रमण रोकथाम के प्रबन्धों की समीक्षा कर अधिकारियों को माईक्रो प्लानिंग कर प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश दिये।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विलेज कमेटी मेरा गांव, मेरी जिम्मेदारी अभियान के माध्यम से लोगो को जागरूक करें। विलेज कमेटी द्वारा जिन कोविड संक्रमित रोगियों के घर में होम आईसोलेशन की सुविधा नही होने पर उनके रहने, खाने की व्यवस्था ग्राम पंचायत स्तर से की जाए। तीसरी लहर की तैयारी अभी से करें। ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों में आधारभूत चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार इस प्रकार करें कि आमजन को इलाज के लिए जिला स्तर पर नहीं आना पडे। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अक्सीजन बैड, सिलेण्डर, कंसन्ट्रेटर एवं कोविड इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित कि जाए।
उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे को गुणवत्तापूर्ण एवं वास्तविक करने पर जोर दिया। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग अलग कार्य योजना बनाकर उसे समय पर मूर्तरूप देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना रोगियों के उपचार में संसाधनों की कमी नहीं रहनी चाहिए। सभी विभाग अपने दायित्वों को जिम्मेदारी से पूरा करें। उन्होंने ब्लैक फंगस के बारे में जानकारी लेते हुए चिकित्सा विभाग को विशेष ऎहतियात बरतने के निर्देश दिए।
तीसरी लहर की तैयारी अभी से करें
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर की अभी से तैयारी शुरू करें। कोरोना की दूसरी लहर में जो हमें चुनौतिया मिली है, उससे सीखते हुए हमे आगे की तैयारिया सकारात्मक सोच से करनी है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बैड एवं ऑक्सीजन दोनों की क्षमता बढाकर इस प्रकार कार्य करें कि तीसरी लहर आने पर परेशानी नही रहे।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में आईएलआई सर्वे के दौरान रैपिड टैस्ट के साथ आरटीपीसीआर टैस्ट के लिए ब्लकवार मोबाइल वैन की व्यवस्था कर चिकित्सकों की टीम तैनात कर गंभीर लक्षणों वाले रोगियों को समय पर अस्पताल में भर्ती कर नजदीकी सम्पर्क वाले लोगो को आइसोलेट करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के के लिए प्रभावित व्यक्ति को चिन्हित कर समय पर उपचार किया जावे तथा टैस्ट बढाकर विलेज हैल्थ कमेटी को सक्रिय कर लोगों को जागरूक करने का कार्य भी करें।
गांवों मे ही मिले सुविधा
जिला प्रभारी एवं चिकित्सा मंत्री डॉ0 रघु शर्मा ने कहा कि गांवो में प्रशासन, चिकित्सा विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा इस तरह का वातावरण तैयार किया जाए कि ग्रामीण खुलकर अपने आईएलआई (खांसी, जुकाम, बुखार) लक्षणों को डोर-टू-डोर सर्वे टीमों को बताएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे को समय पर पूरा कर कोविड़ लक्षणों वाले रोगियों को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आवश्यक दवाओं, संसाधनों की कालाबाजारी नहीं हो तथा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
जिले में 1037 सक्रिय रोगी
जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि जिले में अब तक 9 हजार 169 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके है। वर्तमान में 1 हजार 37 कोरोना एक्टिव केस है। जिले में वर्तमान में 340 मरीजों को ऑक्सीजन बैड पर रखा जा सकता है। इसमें 170 ऑक्सीजन बैड जिला मुख्यालय के सआदत अस्पताल एवं 170 ऑक्सीजन बैड सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित है। कोविड-19 मरीजों के लिए जीवन रक्षक दवा रेमडीसिवर भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। उन्होंने जिले में ब्लॉक लेवल पर स्थापित कोविड केयर कंसलटेन्सी सेन्टर पर कोविड मरीजो को दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश, एडीएम मुरारी लाल, उपखण्ड अधिकारी नित्या के, आरएएस अधिकारी नवनीत कुमार, सीएमएचओ अशोक कुमार यादव, नगर परिषद आयुक्त रामपाल जाट, पीएमओ खेमराज बंशीवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।