डिजिटल बाल मेला के ऑनलाइन सेशन की शुरूआत की श्रम राज्यमंत्री ने
जयपुर, 15 जून। फ्यूचर सोसायटी और एलआईसी की ओर से आयोजित डिजिटल बाल मेले के दूसरे सीजन का अलवर में मंगलवार को आगाज हुआ। विधानसभा अध्यक्ष श्री सीपी जोशी ने बाल मेले के दूसरे सीजन को लॉन्च किया। वहीं, शाम को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर श्रम राज्यमंत्री श्री टीकाराम जूली अलवर से वर्चुअली बच्चों से रूबरू हुए और बच्चों के सवालों के जवाब दिए।
श्रम राज्य मंत्री श्री जूली शाम चार बजे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आयोजित हुए सेशन में बच्चों से रूबरू हुए। इस सेशन में करीब 200 बच्चे प्रदेश के अलग-अलग जिलों से जुड़े। इस मौके पर उन्होंने बालश्रम को लेकर बच्चों के साथ बातचीत की और बच्चों से अपील करते हुए कहा कि यदि वे कहीं भी बालश्रम होता देखें तो इसकी सूचना चाइल्ड हैल्पलाइन या 100 नंबर पर दें। करीब एक घंटे के सेशन में उन्होंने बच्चों के बालश्रम को लेकर सवालों के जवाब भी दिए। सेशन के दौरान श्रम राज्य मंत्री ने बच्चों को समझाया कि आखिर बालश्रम किसे कहते है और ऎसा काम कराने वालों को कितनी सजा हो सकती है।
साथ ही बच्चों ने राज्य मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि यदि बालश्रम रोकने के लिए वे कोई शिकायत करें और उस पर कार्रवाई ना हो तो क्या किया जाए। इस सवाल के जवाब पर मंत्री श्री जूली ने कहा कि यदि ऎसा होता है तो आप सीधे मुझ तक अपनी बात पहुंचाएं। मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट हुए बच्चों ने जमकर तालियां बजाई। कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने कहा कि बालश्रम निषेध हेतु सरकार हर पहलू पर तैयारी पूरी करें और सरकारों तक यह सुझाव पहुंचाएं कि आखिर बच्चे कैसी सरकार चाहते हैं।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान बच्चों की प्रतिभा को मंच देने के लिए फ्यूचर सोसायटी और एलआईसी की ओर से प्रायोजित डिजिटल बाल मेला के सीजन-2 का आगाज किया गया है। डिजिटल बाल मेला सीजन-1 के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने लिटिल कोरोना वॉरिर्यस को टास्क देते हुए कहा था कि अगली बाल मेले में उन्हें बताएं कि बच्चों की सरकार कैसी होनी चाहिए। अब बच्चे उनके इसी टास्क को पूरा करने जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को ऑनलाइन सेशन का उद्धाटन मंत्री टीकाराम जूली ने वर्चुअल रूप से किया। 15 जून से 15 अगस्त तक अब बच्चों के साथ देश-प्रदेश के कई मंत्री, सांसद, विधायकों के साथ ही दूसरे देशों की हस्तियां भी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बच्चों से रूबरू होंगे।