180 से ट्रेन दौड़ाकर परखी पटरी की क्षमता, मिशन रफ्तार की तैयारी
कोटा। मिशन रफ्तार के तहत इन दिनों कोटा रेल मंडल में रेल पटरियों की क्षमताओं को परखा जा रहा है। यह काम लखनऊ स्थित अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा किया जा रहा है। पटरियों की क्षमता परखने के लिए इंजन के साथ 2 कोच लगाए गए हैं। एक कोच वातानुकूल श्रेणी का है तथा दूसरा आरडीएसओ का है। पटरी की क्षमता जांचने के लिए कोच को खाली और वजन रखकर दौड़ाया जा रहा है। पटरी की जांच के लिए ट्रेन को अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया जा रहा है। शुक्रवार को कोटा नागदा रेलखंड के बीच पटरियों का परीक्षण किया गया। शनिवार को कोटा सवाई माधोपुर के बीच यह परीक्षण किया गया। परीक्षण अभी कुछ दिन और चलेगा।
160 से ट्रेन दौड़ने की तैयारी
उल्लेखनीय है कि रेलवे द्वारा दिल्ली-मुंबई के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाने की तैयारी की जा रही है। इसी के लिए मिशन रफ्तार के तहत पटरियों की क्षमता को परखा जा रहा है।
ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने के लिए सिग्नल के आधुनिकरण, पॉइंट विद्युत तार और पटरियों के किनारे दीवार आदि के काम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं।