खनन ब्लॉक नीलामी और ऑनलाईन डाटा अपलोड प्रक्रिया 10 अधिकारियों का दल 4 राज्यों का करेगा अध्ययन
जयपुर, 24 जुलाई। राज्य सरकार खनिज बाहुल्य चार प्रदेशों की खनन ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया और ऑनलाईन डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया का अध्ययन करवाएगी। खान एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए खान विभाग के निदेशक सहित दस अधिकारियों की चार टीम बनाई गई है। यह चारों दल 26 जुलाई से 30 जुलाई के बीच दौरा कर अगले दस दिनों में राज्य सरकार को अध्ययन रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमत्री श्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राज्य में खनन व खोज कार्य को गति देते हुए राजस्व बढ़ाने की आवश्यकता प्रतिपादित की थी। खान विभाग के मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया ने अन्य प्रदेशों की प्रक्रियाओं का अध्ययन कर प्रक्रिया के सरलीकरण के निर्देश दिए थे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने ओडीशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में खनन ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया का अध्ययन कराने के साथ ही ऑनलाईन डेटा अपलोड़ करने की प्रक्रिया का भी अध्ययन कराने का निर्णय किया है।
उन्हाेंने बताया कि उन्होंने बताया कि खान विभाग के निदेशक श्री के.बी. पण्ड्या के साथ खनिज अभियंता जोधुपर श्री श्री कृष्ण शर्मा और भू वैज्ञानिक राजकुमार मीणा मध्यप्रदेश की व्यवस्था व प्रक्रिया का अध्यनन करेंगे। इसी तरह से अतिरिक्त निदेशक श्री एन.क.े कोठ्यारी और खनिज अभियंता सतर्कता जयपुर श्री जीनेश उमड ओडीशा, अधीक्षण खनिज अभियंता श्री अनिल खेमसरा, खनिज अभियंता भीलवाड़ा श्री लक्ष्मी नारायण और अधीक्षण भू वैज्ञानिक भीलवाडा श्री एन.पी. सिंह कर्नाटक और अधीक्षण खनिज अभियंता डी.पी. गौड और खनिज अभियंता आमेट श्री आसिफ अंसारी छत्तीसगढ़ जाएंगे और वहां की व्यवस्थाआें और प्रक्रियाओं का अध्ययन कर राज्य सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि खनन की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रदेशों का अध्ययन के लिए चयन किया गया है। राज्य मे विपुल खनन संपदा को देखते हुए खनिज खोज व खनन के क्षेत्र में काफी काम किए जाने की आवश्यकता है। इसे लाभकारी बनाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में खनिजों की खोज और वैज्ञानिक विधि से खनन पर जोर दिया जा रहा है।
पोटाश खोज व खनन में निवेश बढ़ाने के लिए होगा रोड़ शो
पोटाश के खोज व खनन क्षेत्र में निवेशकों को लाने के लिए दिल्ली मुंबई, बैंगलोर और कोलकता में रोड़ शो का आयोजन किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि रोड शो का आयोजन आरएसएमएमएल, एमईसीएल, खान विभाग द्वारा फिक्की, सीआईआई, एफआईएमआई के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में राजस्थान पहला और अकेला प्रदेश है जहां पोटाश के विपुल भण्डार मिले हैं और इनके दोहन के लिए आधुनिकतम सोल्यूशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पोटाश के भण्डारों के व्यावहार्यता अध्ययन के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर खान विभाग, आरएसएमएमएल और मिनलर एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन के बीच त्रिपक्षीय करार हुआ है।
डॉ. अग्रवाल ने एमईसीएल को प्रतिमाह प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराने के भी निर्देश दिए हैं वहीं जी 3 स्तर के दो ब्लाकों की नीलामी प्रक्रिया आरंभ करने और खोज कार्य जारी रखने को कहा है। राज्य में उपलब्ध पोटाश भण्डारों के लिए विशेषज्ञों का अनुमान है कि इनसे देश की पोटाश की आवश्यकता की पूर्ति के साथ ही विदेशों से आयात पर निर्भरता कम होगी।