रीट परीक्षा-2021 की तैयारियों को लेकर परिवहन विभाग में मैराथन बैठक
– परीक्षा के 12 दिन पूर्व ही परिवहन विभाग की तैयारियां शुरू
– 23 सितंबर से आरटीओ-डीटीओ स्तर पर स्थापित होंगे विशेष कंट्रोल रूम
जयपुर, 14 सितंबर। परिवहन आयुक्त श्री महेंद्र सोनी ने 26 सितंबर को होने वाली रीट परीक्षा-2021 में अभ्यार्थियों के लिए सुगम और दुर्घटना रहित परिवहन व्यवस्था की तैयारियों के लिए मंगलवार को बैठक ली। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेशभर के प्रादेशिक और जिला परिवहन अधिकारियों से दो घंटे तक मंथन किया। श्री सोनी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह ऑक्सीजन परिवहन के लिए टैंकरों का सुव्यवस्थित संचालन किया गया, उसी तरह अब रीट परीक्षा में बसों का सफल संचालन सुनिश्चित करना हैं।
श्री सोनी ने सभी आरटीओ को निर्देश दिए कि अपने क्षेत्र के सभी डीटीओ और निरीक्षकों के साथ बैठक कर तैयारियों को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जायें। उन्होंने कहा कि परीक्षा में लगभग 16 लाख 75 हजार अभ्यार्थी शामिल हो सकते हैं। प्रदेश में 200 स्थानों पर 4 हजार से अधिक सेंटर हैं। इसलिए सभी परिवहन अधिकारी ऑनरशिप रखते हुए कार्य करें। अभ्यार्थियों को आवश्यक जानकारी देने के लिए प्रेस नोट भी जारी करें।
पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है परिवहन साधन
श्री सोनी ने बताया कि राजस्थान रोडवेज की 3500 बसें हैं, जिनमें रैगुलर यात्रियों को भी सफर कराना हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में सामने आया है कि प्रदेश में सभी जगहों पर निजी बसों, टैक्सी और रेल के द्वारा सफर कराने की पर्याप्त व्यवस्था हैं।
23 सितंबर से संचालित होंगे कंट्रोल रूम
श्री सोनी ने सभी आरटीओ-डीटीओ को अपने क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 23 सितंबर से कंट्रोल रूम शुरू किए जायें। सभी अधिकारी अपने जिला प्रशासन, रेलवे, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियों, टैक्सी, सिटी बस ऑपरेट्र्स यूनियन, संचालकों से समन्वय बनाकर अभ्यार्थियों को बिना व्यवधान के यात्रा कराना सुनिश्चित करें।
बस, रेल की छत पर यात्रा को रोका जाएं
श्री सोनी ने बैठक में निर्देश दिए कि एक भी व्यक्ति बस या रेल की छत पर बैठकर यात्रा नहीं करें। इसकी सुनिश्चितता की जाएं। बैठक में उपस्थित राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियों को अपने बस स्टैंडों पर इस तरह के अनाउंसमेंट कराकर समझाइश कराने के निर्देश दिए।
बड़े शहरों में डायवर्जन भी विकल्प
श्री सोनी ने कहा कि जिन शहरों में ज्यादा अभ्यार्थी आ-जा रहे हैं, वहां पर जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर बसों का डायवर्जन किया जा सकता है। इसे शहर में जाम की स्थिति नहीं बनेगी।
आयुक्त ने की अभ्यार्थियों से अपील
श्री सोनी ने अभ्यार्थियों से अपील की है कि सभी के लिए पर्याप्त परिवहन संसाधन उपलब्ध है। फिर भी अभ्यार्थी असुविधा से बचने के लिए संभव हो तो परीक्षा के दिन से एक-दो दिन पूर्व और एक-दो दिन बाद यात्रा करें। चालक-परिचालक द्वारा दी गई जानकारी और सलाह को मानें। बस स्टैंडों पर व्यवस्था संभाल रहे परिवहनकर्मी, पुलिसकर्मियों और अन्य स्वयंसेवकों द्वारा दिए जाने वाले दिशा-निर्देश को मानकर सफल परिवहन संचालन में योगदान देवें।
इस मैराथन बैठक में मुख्यालय पर अपर परिवहन आयुक्त श्री आकाश तोमर, श्री आर.सी. यादव, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, जयपुर श्री राकेश शर्मा, राजस्थान रोडवेज से कार्यकारी निदेशक श्री लोकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी और वीसी के जरिए प्रदेश के सभी आरटीओ-डीटीओ उपस्थित रहे।