जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री ने ली विभागीय समीक्षा बैठक
लंबित कार्यों को तय समय सीमा में पूर्ण करने के दिए निर्देश
जयपुर, 28 सितंबर। जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री श्री अर्जुनसिंह बामनिया ने मंगलवार को उदयपुर में स्थित आयुक्तालय सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने विभागीय गतिविधियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और कल्याणकारी कार्यक्रमों व विकास योजनाओं का लाभ अंतिम तबके तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
श्री बामनिया ने समीक्षा बैठक में टीएडी द्वारा विभिन्न विभागों को स्वीकृत और लंबित कार्यों की विभागवार समीक्षा दौरान कहा कि राज्य सरकार की मंशाओं अनुरूप स्वीकृत कार्यों को तय समय सीमा में पूर्ण कराते हुए आमजन को कायार्ें का लाभ प्रदान करें । लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के साथ ही सार्वजनिक निर्माण विभाग को विभाग के विभिन्न छात्रावास, सामुदायिक भवन, खेल मैदान, सड़क भवन आदि में जारी निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव शिखर अग्रवाल ने भी कहा कि लंबित कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करावें और स्वीकृत राशि का पूरा पूरा उपयोग करें। उन्होंने विभागवार लंबित कार्यों और उनकी प्रगति की जानकारी लेते हुए कार्य पूर्णता की तिथि के बारे में पूछा।
बैठक के आरम्भ में टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बामनिया और प्रमुख शासन सचिव का स्वागत किया और विभागीय प्रगति के संबंध में अवगत कराया। बैठक में सीसीएफ आर.के.सिंह, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त वीसी गर्ग, उदयपुर जिला परिषद सीईओ गोविंदसिंह राणावत, बांसवाड़ा सीईओ भवानीसिंह पालावत और टीएडी परियोजना अधिकारी व संबंधित कार्यकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैठक में राज्य कृषि विपणन बोर्ड को नवनिर्मित कन्या छात्रावास झोथरी में बिजली के अधूरे कार्य, पुलिस थानो में निर्मित होने वाले 25 परामर्श कक्ष संख्या, बेणेश्वर धाम के चारदीवारी निर्माण कार्य को माह अक्टूबर 2021 में प्रारम्भ करने आदि निर्देश प्रदान किये। उन्होंने राजस्थान सड़क विकास निगम को बेणेश्वर धाम पर स्वीकृत 4 करोड़ के कार्य को नवंबर अंत तक पूर्ण करने के निर्देश दिए वहीं गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा में हॉस्टल निर्माण का कार्य अक्टूबर तक पूर्ण करने को कहा।
समीक्षा बैठक में श्री बामनिया ने उद्यान विभाग को जनजाति उपयोजना क्षेत्र के काश्तकारों के लिए फव्वारा सिंचाई अंतर्गतम मिनी स्प्रींकलर, पाईप लाईन और स्प्रींकलर के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा। इसी प्रकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत 10 अक्टूबर तक प्रस्ताव तैयार करने को पाबंद किया।
बैठक में टीएडी मंत्री बामनिया ने ग्राम पंचायत, ब्लॉक एवं जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के निर्देश दिए और कहा कि इसके तहत वॉलीबाल, तीरंदाजी, रस्साकस्सी और एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जा सकता है। उन्होेंने ग्राम पंचायत स्तर की खेल प्रतिभाओं को तराशने की दृष्टि से इनके प्रभावी आयोजन को पाबंद किया।
उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से नहर, एनिकट, माइनर, एमएसटी आदि से जुड़े कार्यों की प्रगति पर समीक्षा कर जनराहत के कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करने की बात कही वहीं पीएचईडी को आवासीय विद्यालयों एवं जनजाति बस्तियों में सोलर पनघट, पनघट निर्माण, खुले कुऎें के गहरीकरण आदि कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार राजस्थान स्कूल समग्र शिक्षा परिषद को विशेष केन्द्रीय सहायता योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, जल ग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग को एसीए फोर टीडी योजना के तहत राजीव गांधी जल संचय मिशन, पीवीटीजी योजना व कूप गहरीकरण योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, एवीवीएनएल को कुसुम योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ विद्युत व्यवस्था संबंधी कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
टीएडी मंत्री बामनिया ने जनजाति विद्यार्थियों के प्रोत्साहन हेतु विद्यार्थियों के आन्तरिक मूल्याकंन प्रगति एवं कार्ययोजना, विद्या संबल योजना, अनुसूचित क्षेत्र अन्तर्गत जनजाति बालिकाओं हेतु स्कूटी वितरण की स्थिति छात्रवृति आदि के बारे में चर्चा करते हुए विस्तृत निर्देश प्रदान किये। उन्होंने जनजाति विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने पर जोर दिया। टीएडी मंत्री ने समस्त जनजाति आश्रम छात्रावासों/आवासीय विद्यालयों इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा के साथ अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
मंत्री बामनिया ने जनजाति खिलाड़ियों को उपयुक्त मंच प्रदान करने हेतु पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने, कोच की नियुक्ति, प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ ही खेल सुविधाओं में विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने टीआरआई द्वारा संचालित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कोचिंग योजनाओं आदि में पात्र जनों को पूरा-पूरा अवसर प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में वनाधिकार से जुडे मुद्दों के साथ ही गैर अनुसूचित क्षेत्र अन्तर्गत जनजाति बालिकाओं हेतु स्कूटी वितरण की स्थिति, माडा विस्तार व पुनर्गठन, पशुपालन विकास, उद्यानिकी विकास, सहरिया एवं कथौड़ी परिवार के एकीकृत विकास आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में टीएडी परियोजना अधिकारी, सीईओ और कार्यकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।